डिप्लोमा खत्म, डिग्री में बढ़ीं पीजी की 38 सीटें

Diploma abolished, 38 seats increased in PG on instruction of MCI
डिप्लोमा खत्म, डिग्री में बढ़ीं पीजी की 38 सीटें
डिप्लोमा खत्म, डिग्री में बढ़ीं पीजी की 38 सीटें

डिजिटल डेस्क, नागपुर। भारतीय चिकित्सा परिषद (एमसीआई) के निर्देश पर सभी चिकित्सा महाविद्यालयों के पीजी डिप्लोमा को खत्म कर दिया गया है। डिप्लाेमा की जगह कॉलेज में पीजी की सीटें बढ़ाई गई हैं। इससे मध्य भारत के प्रसिद्ध शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेडिकल) को बड़ी सफलता हाथ लगी है, क्योंकि मेडिकल में नए सत्र 2019-20 के लिए एक साथ 38 सीटों की बढ़ोतरी की गई है, जबकि इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (मेयो) के 5 विभागों की 6 सीटें हाथ से फिसल गई हैं।

मेयो को अब अगले साल सीटें बढ़ाने का प्रस्ताव भेजना होगा। जानकारी के अनुसार डिप्लोमा को खत्म करने के लिए यह निर्णय लिया गया था, इस पर राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में से पीजी डिप्लोमा को खत्म करने स्टॉफ को ध्यान में रखकर उन विभागों में पीजी डिग्री बढ़ाने का निर्णय लिया गया। मेडिकल के रेडियोलॉजी में सबसे अधिक 8 सीटें बढ़ाई गईं, इससे अब विभाग में कुल 13 सीटें हो गईं हैं, जबकि एनेस्थिसिया में 6 सीटें बढ़ने से इस में विभाग में 20 सीटें हो गईं हैं।

मेयो में नहीं बढ़ीं सीटें
मेयो के 5 विभागों में 6 सीटें बढ़ सकती थीं, लेकिन सूत्रों का कहना है कि, एमसीआई द्वारा किया गया पत्राचार उनको समय पर नहीं मिल सका, इस वजह से वह उक्त जानकारी समय पर उपलब्ध नहीं करवा सके। जानकारी समय पर नहीं पहुंचने के कारण 6 सीटें नहीं बढ़ सकीं। इसमें एनेस्थीसिया में 2, नेत्र विभाग, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग, बाल रोग विभाग एवं नाक, कान और गला विभाग ऐसे चारों विभागों में 1-1 सीट हैं।

तुरंत एक्शन
डिप्लोमा की जगह डिग्री बढ़ाने से संबंधित पत्र मिलते ही हमने दस्तावेज जमा करना चालू कर दिए थे। सारे दस्तावेजों जमा कर स्टाॅफ की पूरी जानकारी भेज दी, जिसके बाद मेडिकल के 9 विभाग में 38 सीटें बढ़ाने का पत्र प्राप्त हुआ।
- डॉ.सजल मित्रा, अधिष्ठाता, मेडिकल

मेडिकल कॉलेज

विभाग          पहले सीट    बढ़ाई गईं    बढ़ने के बाद
एनेस्थीसिया      14               6               20
बालरोग विभाग    9                3              12
स्त्री एवं प्रसूति    13                6              19
नेत्र विभाग           4                3                7
नाक, कान व गला विभाग 4       2                6
रेडियाेलॉजी विभाग    5             8              13
टीबी विभाग              2             2                4
फार्माकोलॉजी विभाग   4            2                 6
पीएसएम विभाग          3            6               9

Created On :   29 March 2019 3:31 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story