सीएम की अधिकारियों को दो टूक - आचार संहिता का बहाना न बनाए, राहत कार्यों को दें मंजूरी

Do not make excuses of code of conduct, sanction to drought relief works - CM
सीएम की अधिकारियों को दो टूक - आचार संहिता का बहाना न बनाए, राहत कार्यों को दें मंजूरी
सीएम की अधिकारियों को दो टूक - आचार संहिता का बहाना न बनाए, राहत कार्यों को दें मंजूरी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने का बहाना बताकर सूखा राहत से जुड़े कामों को न रोका जाए। मुख्यमंत्री ने सूखा राहत से जुड़े प्रस्तावों को तत्काल मंजूरी देने का निर्देश प्रशासन को दिया। गुरुवार को मुख्यमंत्री ने वर्षा पर अफसरों के साथ मिलकर उस्मानाबाद जिले की सूखे की स्थिति की समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री ने ऑडियो ब्रिज के माध्यम से उस्मानाबाद के सरपंच, ग्रामसेवक, गट विकास अधिकारी और जिलाधिकारी से संवाद साधा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सूखा प्रभावित इलाकों में टैंकर मंजूरी, चारा छावनी शुरू करने, नरेगा से जुड़े काम और जलापूर्ति योजना का मरम्मत काम के लिए आचार संहिता की कोई अड़चन नहीं होगी। इसलिए संबंधित प्रस्तावों को तत्काल मंजूरी दी जाए। मुख्यमंत्री से जिले की विभिन्न तहसीलों के ग्रामीणों ने टैंकर जलापूर्ति, चारा छावनी और नरेगा के कामों के संबंध में सीधे शिकायत की। इस पर मुख्यमंत्री ने संबंधित शिकायतों पर तत्काल कार्यवाही करके रिपोर्ट देने का आदेश जिलाधिकारी, तहसीलदार और गटविकास अधिकारी को दिया। उन्होंने कहा कि सूखा राहत से जुड़ी योजनाओं की शिकायतों पर 48 घंटे में कार्यवाही की जाएगी। साथ ही दीर्घकालीन उपाय योजना पर नीतिगत फैसला किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने बताया कि उस्मानाबाद की 7 तहसीलों में सूखा घोषित किया गया है। जिले में 139 टैंकर शुरू है। उन्होंने कहा कि बिजली बिल न भरने के कारण बंद पड़ी जलापूर्ति योजना को शुरू करने के लिए 436.41 लाख रुपए दिए गए हैं। जिले में 85 शासकीय चारा छावनी में 55 हजार 247 बड़े और 6 हजार 558 छोटे कुल 61 हजार 805 पशुओं को रखा गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि 640 गांवों के 3 लाख 79 हजार 147 किसानों के बैंक खाते में लगभग 236.17 करोड़ सूखे राहत की निधि जमा कराई गई है।

फसल बीमा पंजीयन करने वाले 10 लाख 40 हजार 49 किसानों में से 4 लाख 75 हजार 82 किसानों को नुकसान भरपाई के रूप में 168.96 करोड़ रुपए दिया गया है। जबकि प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के तहत 1.71 लाख किसानों में से 60 हजार किसानों को पहली किश्त के 11.98 करोड़ रुपए दिए गए हैं। बाकी के किसानों के बैंक खाते में पैसे जमा करवाया जाएगा। वहीं नरेगा के जरिए 703 काम शुरू हैं। 7 हजार 359 मजदूर काम कर रहे हैं। जिले में 10 हजार 173 काम सेल्फ पर है। 

Created On :   9 May 2019 8:23 PM IST

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