सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों-कर्मचारियों को लगाना होगा मास्क 

Doctors and employees of government hospitals will have to wear masks
सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों-कर्मचारियों को लगाना होगा मास्क 
समीक्षा सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों-कर्मचारियों को लगाना होगा मास्क 

- चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों व अस्पतालों के अधिष्ठाताओं के साथ की बैठक
- कोरोना स्थिति को लेकर की गई तैयारियों की हुई समीक्षा 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। अब राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में भी मास्क अनिवार्य कर दिया गया है। दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार, अस्पतालों में काम करनेवाले कर्मचारियों, नर्सेस और डॉक्टरों को अब मास्क पहनना अनिवार्य होगा। यह जानकारी राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री गिरीश महाजन ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि कोविड के प्रकोप और प्रसार को रोकने के लिए मास्क का उपयोग एक प्रभावी साधन है। मास्क से कोविड के संक्रमित होने की संभावना कम होती है। इसके साथ ही उन्होंने राज्य के लोगों को कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर आश्वस्त भी किया। उन्होंने कहा कि लोगों को चिंता करने की बजाय सावधानी बरतने की जरूरत है। 
  
दिशा- निर्देश भी जारी किए गए

कोरोना की बढ़ती संख्या को देखते हुए बुधवार को राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों व अस्पतालों के अधिष्ठाताओं की एक दिवसीय परिषद यशवंत राव चव्हाण सभागृह में आयोजित की गई थी। इस परिषद की अध्यक्षता राज्य के चिकित्सा मंत्री गिरीश महाजन ने की थी। इस परिषद में कोविड से निपटने के लिए अस्पतालों में किए गए उपाय योजना को लेकर समीक्षा भी की गई। इसके साथ ही कुछ दिशा- निर्देश भी जारी किए गए। इस परिषद में चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव डाॅ. अश्विनी जोशी, चिकित्सा शिक्षा आयुक्त राजीव निवात्कर, चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ. दिलीप म्हैसेकर, सह निदेशक डॉ. अजय चंदनवाले सहित संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

25  डेडिकेटेड कोविड अस्पताल कार्यान्वित

चिकित्सा शिक्षा मंत्री गिरीश महाजन ने बताया कि चिकित्सा शिक्षा विभाग के 25 डेडिकेटेड कोविड अस्पताल कार्यान्वित किए जा चुके हैं। इन अस्पतालों में कोविड के गंभीर मरीजों का इलाज किया जाएगा। श्री महाजन ने बताया कि वर्तमान में चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत पांच हजार से अधिक सामान्य और दो हजार से अधिक वेंटिलेटर बेड कार्यान्वित हैं। 

मेडिकल कॉलेज में कोविड जांच की सुविधा

मंत्री गिरीश महाजन ने कहा कि जरूरत पड़ने पर  मरीजों को लगनेवाले ऑक्सीजन के लिए 62 लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन टैंक, 37 पीएसए प्लांट कार्यरत किए गए है। इसी तरह दो हजार जंबो और छह हजार छोटे सिलेंडर तैयार हैं। हर मेडिकल कॉलेज में कोविड जांच की सुविधा उपलब्ध है और एक मेडिकल कॉलेज में एक दिन में 30 हजार से ज्यादा कोविड जांच की जा सकती है।  इसके साथ ही आने वाले दिनों में  सभी महाविद्यालयों एवं अस्पतालों में आवश्यक सुविधाओं, ऑक्सीजन की उपलब्धता, वेंटीलेटर की संख्या सहित तकनीकी सामग्री तैयार करने के निर्देश भी दिए है। 

ऐक्टिव मरीजों की संख्या 6 हजार के पार

बुधवार को राज्य में कोविड के 1100 नए मरीज मिले हैं और 4 मरीजों की मौत हुई है। इसमें मुंबई के 234 नए मरीज और एक मरीज की मौत शामिल है। कोविड के बढ़ते मामलों के साथ ही राज्य में ऐक्टिव मरीजों की संख्या 6102 तक पहुंच गई है। लेकिन राहत की बात यह है कि राज्य में सिर्फ 48 मरीज ही क्रिटिकल हैं, जो राज्य के विभिन्न अस्पतालों के आईसीयू विभाग में भर्ती हैं। विशेषज्ञों ने बताया कि मिलनेवाले नए मरीजों में से ज्यादातर में हल्के लक्षण होते हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती करने की कम ही नौबत पड़ रही है।

 

Created On :   19 April 2023 10:14 PM IST

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