कुत्तों ने चीतल को घेरकर किया लहुलुहान, मुश्किल से बची जान

Dogs attacked cheetal badly, barely saved by forest department
कुत्तों ने चीतल को घेरकर किया लहुलुहान, मुश्किल से बची जान
कुत्तों ने चीतल को घेरकर किया लहुलुहान, मुश्किल से बची जान

डिजिटल डेस्क, मंडला। पानी की तलाश में जंगल से रहवासी इलाके सूरज कुंड के नर्मदा तट पर आए नर चीतल पर श्वानों ने हमला कर दिया। जिससे चीतल गंभीर रूप से घायल हो गया। स्थानीय ग्रामीणों की मदद से वनविभाग ने बमुश्किल चीतल की जान कुत्तों से बचाई है। चीतल का उपचार जिला पशु चिकित्सालय में कराया गया है। चीतल के पिछले हिस्से में गंभीर घाव है, घाव ठीक होने तक उपचार जारी रहेगा। वनपरिक्षेत्र जगमंडल अंजनिया के वृत रामनगर सुरजकुंड नर्मदा तट पर प्यास बुझाने के लिए नर चीतल आ गया। यहां रहवासी इलाके के करीब 20 श्वानों का झुंड चीतल को खदेड़ने लगा। इन कुत्तों ने चीतल पर हमला बोलकर घायल कर दिया। इसकी सूचना स्थानीय लोगो ने परिक्षेत्र सहायक देवेन्द्र दुबे को दी। अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे। कुत्तों का झुंड चीतल को लगातार खदेड़ रहा था।

यहां स्थानीय ग्रामीणों की मदद से कुत्तों को भगाने का प्रयास किया गया। लेकिन श्वान चीतल को छोड़ने तैयार नहीं थे। कुत्तों को भगाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। घटना की जानकारी डायल 100 को दी गई। डायल 100 के कर्मचारियों ने भी मौके पर पहुंचकर सहयोग किया, तब जाकर चीतल को उपचार के लिए जिला पशु चिकित्सालय लाया गया। यहां वशिष्ठ चिकित्सक पीके ज्योतिषी ने उपचार किया। घाव गंभीर होने के कारण चीतल को जंगल में नहीं छोड़ा गया है। घाव ठीक होने तक सुरक्षित रखकर उपचार किया जाएगा। अधिकांश मामलों में वन विभाग का अमला चीतल की दम तोड़ने के बाद पहुंचते है। यहां वन अमले ने चीतल की जान बचा ली।

सूखे कुंए से निकाला कबरबिज्जू 
परिक्षेत्र सहायक वृत रामनगर बीट मधुपुरी परिक्षेत्र अंजनिया के मधुपुरी ग्राम में सूखे कुंए में कबरबिज्जू गिर गया। इसकी सूचना परिक्षेत्र सहायक को दी गई। जिसमें परिक्षेत्र सहायक के ग्रामीणों की मदद से कबरबिज्जू को सूखे कुंए से सुरक्षित बाहर निकाला। इसे वन क्षेत्र कक्ष क्रमांक 1398 में विचरण के लिए छोड़ दिया गया है।

 

Created On :   17 May 2018 11:31 AM GMT

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