आधे हैंडपंप बंद, नल-जल भी ठप: गहराया पेयजल संकट

drinking water crisis Half-hand pump and water tap too shut down
आधे हैंडपंप बंद, नल-जल भी ठप: गहराया पेयजल संकट
आधे हैंडपंप बंद, नल-जल भी ठप: गहराया पेयजल संकट

डिजिटल डेस्क शहडोल । गर्मी आने में अभी दो महीना है लेकिन संभागीय मुख्यालय से लगे पिपरिया ग्राम पंचायत में अभी से जल संकट गहरा गया है। यहां की नलजल योजना का चेम्बर खराब पड़ा है। आधे से अधिक हैण्डपंप बिगड़े हैं। पिछले दो माह से पेयजल का गहरा संकट व्याप्त है, लेकिन पंचायत द्वारा व्यवस्था में सुधार लाने का प्रयास नहीं किया जा रहा है। लगभग 3 हजार की जनसंख्या वाले इस गांव की नल-जल योजना तो बंद ही है गांव में लगे करीब 21 हैण्डपंपों में से 13 खराब पड़े हैं। लोगों को इधर-उधर अथवा दूसरे टोलों से सायकिल और रिक्शों से पानी ढोना पड़ रहा है। जिन बस्तियों में हैण्डपंप चल रहे हैं वहां सुबह शाम पानी के लिए भीड़ लगी रहती है और विवाद भी होता है। ग्रामीणों ने अपनी चिंता जताते हुए कहा कि अभी ठण्ड के मौसम में यह हाल है तो गर्मीं में क्या होगा? कुछ ग्रामीणों ने बताया कि ग्रामपंचायत को सारी स्थिति मालुम है। इसके बाद सुधार नहीं हो रहा है।
सप्लाई लायक फोर्स नहीं
करीब दो माह पूर्व नलजल योजना के पम्प हाउस का चेम्बर खराब हो गया था, जिससे न तो सप्लाई अधिक देर चल पाती है और न पानी में फोर्स रहता है। इसलिए वाटर सप्लाई बंद कर दी गई है। गांव में नल से पानी लेने वाले घरों की संख्या लगभग दो सौ है। इन घरों में निवासरत औसतन एक हजार लोग नल-जल पर आश्रित हैं। जिन्हें अब पानी नहीं मिल पाता है। गांव के रामप्रकाश अगरिया व महेश यादव ने बताया कि कई बार कहने पर कभी कभी कुछ देर के लिए सप्लाई दी जाती है, लेकिन पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता है।
बस्तियों के    हैण्डपंप बंद
पिपरिया बस्ती वार्ड क्रमांक 3, 4, यादव व बैगा बस्ती सहित कई  टोलोंं के हैण्डपंप बंद हैं। सर्वाधिक संकट इन्ही सघन आबादी वाली बस्तियों में है। इसके साथ ही यहां संचालित आंगनबाड़ी केन्द्र,  माध्यमिक शाला के हैण्डपंप भी महीनों से बिगड़े पड़े हैं। बच्चों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना अथवा सड़क की ओर स्थित हैण्डपंप में जाना पड़ता है। यहां सर्वाधिक परेशानी मध्यान्ह भोजन के समय पानी पीने और जूठी थालियां धोने में होती है।
इनका कहना है
 नलजल योजना व हैण्डपंपों के बारे में सरपंच ने पीएचई तथा जनपद कार्यालय को जानकारी दे दी है। इसके अलावा मैकेनिकों से भी चर्चा की जा रही है। पेयजल की स्थिति में जल्द ही सुधार होगा।
विश्वनाथ खरे सचिव, ग्रामपंचायत पिपरिया

 

Created On :   23 Jan 2018 1:52 PM IST

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