बच्चों के चेहरे पर हंसी लाने वाला वनबाला का ड्राइवर मायूस, 7 महीने से वेतन के लिए तरस रहा

Driver not get salary from seven month nagpur maharashtra
बच्चों के चेहरे पर हंसी लाने वाला वनबाला का ड्राइवर मायूस, 7 महीने से वेतन के लिए तरस रहा
बच्चों के चेहरे पर हंसी लाने वाला वनबाला का ड्राइवर मायूस, 7 महीने से वेतन के लिए तरस रहा

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  बच्चों को सैर कर खुशी का एहसाल दिलानेवाले वनबाला का ड्राइवर इन दिनों मायूसी का जीवन जी रहा है। जिसका मुख्य कारण यह है, कि वन विभाग ने गत 7 महीनों से उसे वेतन नहीं दिया है। इधर-उधर यहां - वहां मामले को टालमटोल किया जा रहा है। बता दें, कि इससे पहले ड्राइवर नहीं मिलने से वनबाला को कई महीनों तक बंद रखा गया था। लेकिन बड़ी मशक्कतों के बाद रेलवे का जानकार ड्राइवर मिलने के बाद अब वन विभाग उसके प्रति उदासीन रवैया दिख रहा है। नागपुर के वन विभाग विभाग अंतर्गत सेमिनरी हिल्स में बालोद्यान से लेकर जपानी गार्डन बनाये हैं। इसी के साथ हरियाली से अच्छादित इस परिसर को बच्चों के लिए और भी आकर्षित बनाने के लिए वन विभाग ने टॉय ट्रेन यानी बनबाला का इंतजाम किया है। जो प्रति दिन सुबह व शाम को चलती है।

एक इंजन व दो बोगी के साथ चलनेवाली इस ट्रेन में लगभग 40 के करीब बच्चे बैठकर एक साथ सैर करते हैं। जिसके बदले वन विभाग टिकट भी लेता है, ताकि विभाग का राजस्व बढ़ता रहे। बच्चों को लगभग 5 किमी तक रेल पटरी से घुमाया जाता है। किसी भी तरह की कोई अनहोनी नहीं हो, इसलिए ट्रेन को चलाने के लिए तज्ञ ड्राइवर की जरूरत है। जिसे देखते हुए वन विभाग ने एक तज्ञ ड्राइवर को रखा है। लेकिन विडंबना यह है, कि 7 महीने से यह ड्राइवर फ्री में ट्रेन चला रहा है। वन विभाग उसे वेतन ही नहीं दे रहा है। जिससे आनेवाले समय में यदि उसने ट्रेन चलाना बंद कर दिया तो वनबाला फिर बंद हो सकती है। क्योकि इससे पहले भी ड्राइवर नहीं मिलने से वनबाला को लंबे समय तक बंद रखा गया था।

वनबाला की कच्ची राह होगी पक्की  
वर्तमान स्थिति में वनबाला ट्रेन जिस पटरी पर चल रही है, वह असुरक्षित दिख रही है। वर्षों से बनी इस पटरी के स्लीपर कुछ जगह खराब स्थिति में दिख रहे हैं। वहीं कई जगह पर पटरियों को मजबूत बनाये रखनेवाली गिट्‌टी भी खत्म हो गई है। ऐसे में किसी दिन पटरी पर चलनेवाली बनबाला बेपटरी होने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता है। हाल ही में दैनिक भास्कर ने इस संबंध में खबर भी प्रकाशित की है। जिसे संज्ञान लेते हुए वन विभाग पटरी को मजबूत करने की दिशा में कार्य कर रही है। सूत्रों के अनुसार जल्द ही वन विभाग की ओर से पटरी को पक्की करने की कवायदें शुरू की जानेवाली है। लकड़ी के स्लीपर की जगह सीमेंट के स्लीपर लगाकर पटरी को मजबूत किया जानेवाला है। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया भी शुरू है। 
 

Created On :   27 Dec 2019 3:05 PM IST

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