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मौत बनकर कर टूट रही आकाशीय बिजली, अब तक 17 की मौत
डिजिटल डेस्क टीकमगढ़। जहां देश के ज्यादातर राज्य बाढ़ से घिरे हुए है वहीं MP का टीकमगढ़ जिला सूखे की मार झेल रहा है। बारिश के दो माह बीत जाने के बाद भी जिले भर में सामान्य की तुलना में केवल 35% ही वर्षा हुई है। इसके बावजूद आकाशीय बिजली ने इस साल जमकर कहर ढाया है। आकाशीय बिजली गिरने से अभी तक जिले भर में 17 लोगों की जान जा चुकी हैं। जिले में रामराजा सरकार की नगरी ओरछा को छोड़ कर, बाकी जिले में सभी जगह आकाशीय बिजली से जन धन का काफी नुकसान हुआ।
बारिश कम होने से किसान परेशान
जिले में सामान्य से बहुत कम बारिश, अब तक दर्ज की गई है। जो किसानों के साथ ही सभी जिलेवासियों के लिए भी चिंता का विषय है। कम बारिश के कारण खरीफ की फसलों पर खतरा मंडरा रहा है। वहीं रबी सीजन में खेती पर भी संकट के बादल छाए हुए हैं। जिले में अब तक कुल 2476.4 मिमी और औसत 353.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है। जो जिले में सामान्य औसत बारिश 1000 मिमी की अपेक्षा 65% कम है। अल्प वर्षा के कारण जिले के पेयजल स्त्रोत कुआं, तालाब, नदियां सभी खाली पड़े हैं। जो आगामी समय में गंभीर जलसंकट की आशंका बढ़ा रहे हैं। जिले में बहुत कम मात्रा में दर्ज बारिश के बीच आकाशीय बिजली ने खूब सितम ढाया है। जो अब तक 17 लोगों की जान ले चुकी है। इससे भी अधिक संख्या में पालतू पशुओं को हानि पहुंची है।
पृथ्वीपुर में 6, निवाड़ी में 5 की मौत
सूखे-सूखे से बीते जुलाई और अगस्त के महीने में बारिश बहुत कम हुई, लेकिन आकाशीय बिजली ने लोगों पर खूब कहर बरपाया, इसमें पृथ्वीपुर तहसील के 6 और निवाड़ी तहसील के 5 लोग शामिल हैं। इनके अलावा टीकमगढ़, बल्देवगढ़, खरगापुर, जतारा, मोहनगढ़ और पलेरा तहसील क्षेत्र में 1-1 मौत दर्ज की गई है। इस दौरान अन्य आपदा जैसे कुआं धसकने या डूबने से भी 4 मौत हुई हैं। जिनमें 2 पलेरा और 1-1 निवाड़ी और टीकमगढ़ तहसील क्षेत्र की बताई जाती है।
Created On :   12 Aug 2017 11:55 PM IST