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सीवर के नाम पर जो सड़क एक साल से रुला रही उसी के चेंबर में पलटा डम्पर, बड़ा हादसा टला लेकिन हालात अभी बदतर
मदन महल से गंगा सागर मार्ग पर बीते 12 माह से फजीहत, जितने दिनों में फ्लाई ओवर तैयार हो जाते हैं उतने दिनों में कुछ मीटर में सीवर का मिलान न हो सका, पुरानी परेशानियों से कुछ नहीं सीखा
डिजिटल डेस्क जबलपुर । शहर में सीवर लाइन का काम जबसे आरंभ हुआ है तबसे लेकर अभी तक जनता इसके नाम पर खून के आँसू रो रही है। जो सड़क एक बार सीवर के लिए उखाड़ी गई तो कभी वैसी शक्ल में ढल ही नहीं सकी जैसे खोदने के पहले थी। पहली खेप के काम में हजारों खामियाँ थीं, चार साल पहले जब दूसरी खेप का काम शुरू हुआ तो उसमें भी अनेकों किस्म की परेशानियाँ और मुसीबत बरकरार हैं। कहीं भी सलीके का काम होता नहीं दिख रहा है। जिस सड़क पर काम हो रहा है वहाँ आदमी गिरते पड़ते निकल पाता है और हादसे तो हर कुछ दिनों में सामने आते ही हैं। रविवार को ही मदन महल चौक से गंगा सागर रोड पर जहाँ सीवर का मिलान हो रहा है उसके चेंबर में एक डम्पर पलट गया। यह हादसा बड़ा खतरनाक था जिसमें मानवीय क्षति तो नहीं हुई लेकिन अगर आसपास कुछ लोग खड़े होते तो कई लोगों की जान भी जा सकती थी।
मदन महल चौक से गढ़ा की ओर जो सीवर का चेंबर बनाया जा रहा है उसमें खासकर चेंबर के नजदीक चौराहे पर सड़क को इस अंदाज में खोदा गया कि जैसे ही मशीन से डम्पर में एक खम्भा लोड किया जा रहा था तो दबाव बढ़ते ही डम्पर सड़क से खिसकते हुए गड्ढे में समा गया। इस दुर्घटना में डम्पर चालक घायल हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जब यह हादसा हुआ तो हंगामा मच गया। डम्पर इस अंदाज में गिरा कि आसपास की दुकानों में बैठे लोग घबरा गये। किसी तरह कोशिश कर चालक को बाहर निकाला गया।
कभी भी बंद जो जाता है काम
क्षेत्र के पूर्व पार्षद राजेन्द्र पूजा रजक कहती हैं कि इस मार्ग में सीवर लाइन का काम कभी भी चालू और कभी भी बंद हो जाता है। सीवर का काम न होने से सड़क का डामरीकरण तक स्वीकृति के बाद अटका हुआ है, जितने दिनों में बड़े -बड़े अंडर व्हीकल पास और यहाँ तक की फ्लाई ओवर तैयार हो जाते हैं उतने दिनों में कुछ सौ मीटर का सीवर मिलान नहीं हो पा रहा है। काम में हद दर्जे की लापरवाही बरती जा रही है। इधर ठेकेदार रोहन कपूर कहते हैं कि अप्रैल 2020 से काम आरंभ किया गया है। अब किसी भी स्थिति में इसको फरवरी तक पूरा कर दिया जाएगा।
पहले गड्ढे खोदे तो समय पर भरे नहीं
इसी मार्ग पर मदन महल से आगे और आमनपुर, गंगा सागर तालाब के पहले पुलिया के नजदीक तीन गड्ढे खोदे गए। इन गड्ढों को महीनों तक नहीं भरा गया। कई महीनों तक मार्ग में लोग गिरते रहे, छोटे हादसे होते रहे। अभी जब अंडर ब्रिज बंद है और शास्त्री ब्रिज में बेतहाशा ट्रैफिक जाम की स्थिति बनती है, उन हालातों में यहाँ मदन महल क्षेत्र में सीवर का अधूरा काम और ज्यादा समस्या को बढ़ा रहा है।
Created On :   25 Jan 2021 1:54 PM IST