एनआईए अधिकारी बनकर युवती से ठगी

Duped a girl by becoming an NIA officer
एनआईए अधिकारी बनकर युवती से ठगी
एनआईए अधिकारी बनकर युवती से ठगी

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  अजनी क्षेत्र में एक युवती से 64 हजार रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। आरोपी प्रणय दत्तराम नारनवरे है। आरोपी ने युवती को एनआईए (नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी) का अधिकारी बताकर यह रकम हजम कर ली। इन दोनों की मुलाकात जीवनसाथी बेवसाइट के माध्यम से हुई थी। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि, आरोपी ने दूसरी बार मुलाकात में ही उससे पैसे की मांग की। उसे प्रणय पर भरोसा हो गया था।

आरोपी ने पीड़िता को एटीएम कार्ड ब्लॉक होने का झांसा देकर उससे 64 हजार रुपए लिए। पीड़िता ने आरोपी को 55 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए और 9 हजार रुपए नकदी लेने के लिए उसने चंद्रमणिनगर, अजनी क्षेत्र में एनआईटी गार्डन के पास बुलाया था। पुलिस सूत्रों के अनुसार ओमकार नगर क्षेत्र में रहने वाली 29 वर्षीय युवती की शिकायत पर आरोपी प्रणय नारनवरे के खिलाफ अजनी थाने में मामला दर्ज किया गया है।

रकम लेने के बाद फोन बंद कर दिया
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि, प्रणय से उसकी 28 नवंबर से 10 दिसंबर 2019 के बीच मुलाकात हुई। दोनों की  मुलाकात जीवनसाथी बेवसाइट के माध्यम से हुई। पीड़िता का कहना है कि, प्रणय ने उससे दो बार मुलाकात की। मुलाकात में बताया कि वह एनआईए में काम करता है, इसलिए वह सार्वजनिक स्थान पर घूम-फिर नहीं सकता है। मूलत: वर्धा की रहने वाली पीड़िता ने प्रणय पर विश्वास कर लिया।

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इसी विश्वास का प्रणय ने फायदा उठाया और उसे अपना एटीएम कार्ड ब्लॉक होने की बात कर 64 हजार रुपए की जरूरत बताकर मदद करने के लिए कहा। यह रकम प्रणय ने तीन दिन में वापस करने की बात की और पीड़िता ने  उसे  64 हजार रुपए दे दिए। आरोपी ने रकम लेने के बाद अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया। जब उच्च शिक्षित पीडिता को संदेह हुआ तब उसने एनआईए के कार्यालय में फोन करके प्रणय के बारे में पूछताछ की, तब उसे पता चला कि, एनआईए कार्यालय में प्रणय नारनवरे नामक कोई व्यक्ति काम नहीं करता। इस प्रकार ठगी किए जाने की बात सामने आ गई। 

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पते पर नहीं मिला आरोपी
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि, जब प्रणय से उसकी मुलाकात हुई तब उसने बताया था कि, वह दो भाई थे, जिसमें एक भाई और पिता की मौत हो गई है। वह काटोल रोड पर अपनी मां के साथ रहता है। ठगी के बाद जब पीड़िता उसके बताए हुए पते पर छानबीन करने पहुंची, तो पता चला कि, वहां इस नाम का कोई शख्स नहीं रहता। उसने पीड़िता को गलत पता दिया था। 

Created On :   7 Feb 2020 1:39 PM IST

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