ई-पास - देर रात तक बैठकर सभी को दी परमीशन

E-pass - granted permission to everyone by sitting till late night
ई-पास - देर रात तक बैठकर सभी को दी परमीशन
ई-पास - देर रात तक बैठकर सभी को दी परमीशन

डिजिटल डेस्क जबलपुर । लॉकडाउन शुरू होने के साथ ही यह भी आदेश हुए थे कि जो जहाँ है वहीं रहेगा। इसके बाद बहुत से लोग शहर और आसपास के क्षेत्र में फँस गये थे। पहले तो किसी को अनुमति नहीं मिली, लेकिन बाद में पूरे प्रदेश में ई-पास बनाने की प्रक्रिया शुरू हुई। ई-पास के आवेदनों की संख्या बढ़ते-बढ़ते 29 हजार के आँकड़े को पार कर गई। कंट्रोल रूम में बैठे अधिकारी ललित ग्वालवंशी के साथ उनकी टीम ने बुधवार और गुरुवार की रात लगभग 3 बजे तक काम किया और जितने आवेदन पेंडिंग थे सभी को परमीशन दी। शुक्रवार की शाम तक आवेदनों की संख्या में कमी आई और लगभग 98 आवेदन ही ऐसे थे जो बचे थे। इस दौरान बहुत से आवेदन रिजेक्ट किये गये, क्योंकि या तो उनमें सही जानकारी नहीं थी या िफर जरूरी दस्तावेज नहीं थे। 
मोबाइल नहीं तो फॉर्म भरने बैठाया
कलेक्ट्रेट कंट्रोल रूम में बहुत से ऐसे लोग भी पहुँच रहे हैं जिनके पास एंड्राइड मोबाइल नहीं है और उन्हें ई-पास का आवेदन करते नहीं बन रहा था। अधिकारियों ने बताया कि उनके लिये एक कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गई है जो ऐसे लोगों के फॉर्म भर रहा है और इन्हें ऑफलाइन आवेदन भरकर परमीशन दी जा रही है। यह जरूर है कि रेड जोन वाले जो जिले हैं वहाँ कि वन-वे परमीशन मिल रही है। कुछ लोग बेवजह आवेदन भी भर रहे हैं उन्हें भी रिजेक्ट किया जा रहा है। 
 

Created On :   16 May 2020 2:27 PM IST

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