आधा एकड़ खेती में की लाखों की कमाई
डिजिटल डेस्क, भंडारा. जिले में किसानों द्वारा धान की फसल बड़े पैमाने पर ली जाती है, परंतु मौसम के बदलते मिजाज के कारण धान फसल घर आने से पहले ही नष्ट हो जाती है। परिस्थिति को देखते हुए पारंपरिक धान फसल के साथ-साथ खेती में आधुनिक तकनीक का प्रयोग करने वाले कई युवा किसान है। इसी तरह लाखनी तहसील के ग्राम मुंडीपार निवासी अल्पभूधारक युवा किसान चंद्रशेखर टेंभुर्णे (37) ने अपने आधा एकड़ खेत में अलग-अलग फसलें लेकर लाखों रुपयों की कमाई कर अन्य किसानों के लिए प्रेरणा बने है। जानकारी के अनुसार युवा किसान के पास सिर्फ आधा एकड़ खेती है। इस अत्यल्प खेती से जीवन यापन नहीं होगा, इस बात को ध्यान में लेकर रोजगार के लिए वह नागपुर गया था, परंतु कोरोना के कारण उसे वापस गांव लौटना पड़ा। इस दौरान कृषि विभाग के संपर्क से गोंदिया जिले के सड़क अर्जुनी तहसील परिसर में क्षेत्रीय भंेट के दौरान उसने फलबाग में सब्जी की खेती देखी। अर्जुनी मोरगांव परिसर की आम की बुआई देखी। उससे चंद्रशेखर को प्रेरणा मिली व बगीचे में खेती करनी है, इसके लिए उसने बोरवेल के माध्यम से सिंचाई की सुविधा निर्माण की। तहसील कृषि अधिकारी कार्यालय द्वारा रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत आम का फलबाग लगाने का मन बनाया। इसके लिए जुलाई 2022 में 0.20 हेक्टेयर आर. क्षेत्र में आम के अनुदानित 80 पौधे व अति घन बुआई करने की दृष्टि से अधिक 70 पौधे ऐसे कुल 150 पौधे 16 फीट बाय 5.5 अंतर पर लगाए। इससे उसे कम क्षेत्र में अधिक फल उत्पादन मिलनेवाला है। आम व सब्जी फसल को ठींबक सिंचाई लगाई। इसके लिए उसे प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना अंतर्गत अनुदान का लाभ मिला। प्रथम ही आम फसल को अंतर फसल के रूप में 0.10 हेक्टेयर क्षेत्र में करेले की फसल ठंड के मौसम में दिसंबर 2022 में बुआई की। इसके लिए क्रॉप कवर तकनीक का उपयोग किया। फसल अच्छी बढ़ी व दवाई छिड़काव के खर्च में बचत हुई। शुरुअात में 45 दिन के कालावधि में बिना छिड़काव किए कीट व बीमारी से संरक्षण मिला। 15 मार्च 2022 को उसे 2 टन उत्पादन को करीबन 35 रुपए प्रति किलो का भाव मिला। इससे अब तक 70 हजार तक का उत्पादन हुआ है। 3 टन उत्पादन होनेवाला है। 0.10 हेक्टेयर क्षेत्र से तकरीबन एक लाख की उपज होने की उम्मीद है।
Created On :   22 March 2023 4:35 PM IST