कोरोना से  बिगड़ी महाराष्ट्र की आर्थिक सेहत, सर्वेक्षण रिपोर्ट दोनों सदनों में पेश

Economic health of Maharashtra deteriorated due to Corona
कोरोना से  बिगड़ी महाराष्ट्र की आर्थिक सेहत, सर्वेक्षण रिपोर्ट दोनों सदनों में पेश
कोरोना से  बिगड़ी महाराष्ट्र की आर्थिक सेहत, सर्वेक्षण रिपोर्ट दोनों सदनों में पेश

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोरोना के चलते राज्य की अर्थ व्यवस्था को खासा नुकसान पहुंचा है। शुक्रवार को विधानमंडल के दोनों सदनों में पेश आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट-2021 के अनुसार सकल घरेलु उत्पाद में 1 लाख 56 हजार 926 करोड़ की कमी का अनुमान है। प्रति व्यक्ति आय में भी कमी आई है। 2020-21 में राज्य की अर्थव्यवस्था में 8 फीसदी नकारात्मक ग्रोथ का अनुमान लगाया गया है। कृषि व संलग्न क्षेत्र को छोड़कर उद्योग, सेवा, उत्पादन और निर्माण क्षेत्र में नेगिटिव ग्रोथ का अनुमान है। राज्य का सकल घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) 2019-20 में 2818555 करोड़ रुपए से घटकर 2661629 करोड़ रुपए अनुमानित है। 

शुक्रवार को विधानसभा में वित्तमंत्री अजित पवार द्वारा पेश आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2020-21 के दौरान महाराष्ट्र की विकास दर कोरोना महामारी और उसके बाद के लॉकडाउन के चलते खासी प्रभावित हुई है। राज्य की आर्थिक सर्वे रिपोर्ट में कृषि व संलग्न कार्य क्षेत्र में 11.7 फीसदी की वृद्धि होने का अनुमान है। जबकि उद्योग में 11.3 प्रतिशत, सेवा क्षेत्र में 9 प्रतिशत, इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में 11.8 प्रतिशत और कंस्ट्रक्शन क्षेत्र में 14.6 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान है। सदन में पेश रिपोर्ट में 2020-21 के बजट में 3,47,457 करोड़ रुपए राजस्व प्राप्ति का अंदाज व्यक्त किया गया है, जबकि वास्तव में अप्रैल-दिसंबर 2020 तक 1,76,450 करोड़ रुपए यानी अनुमान से सिर्फ 50.8 फीसदी ही राजस्व प्राप्त हुआ है।

राजस्व संग्रह प्रभावित 

आर्थिक सर्वे रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू वित्त वर्ष के दौरान राज्य सरकार का राजस्व बुरी तरह प्रभावित हुआ हैं। अप्रैल और दिसंबर 2020 के बीच राजस्व संग्रह 147450 करोड़ ( 50.8%) था, जो  2020-21 में 347457 करोड़ का था। राजस्व में गिरावट की वजह से राज्य के विकास कार्य भी प्रभावित हो सकते हैं। हालांकि, राज्य में अच्छी बारिश के कारण कृषि क्षेत्र के लिए राहत की बात है। पैदावार भी अच्छी हुई है। 

प्रति व्यक्ति आय घटी

महाराष्ट्र की प्रति व्यक्ति आय 2011-12 के स्थिर मूल्य पर इस आर्थिक वर्ष में घटकर 1,88,784 रुपए रहने का अंदाज है। 2015-16 में यह 1,46,815 रुपए, 2016-17 में 1,63,726 रुपए, 2017-18 में 1,72,663 रुपए, 2018-19 में 1,87,118 रुपए और 2019-20 में 2,02,130 रुपए थी। आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में महाराष्ट्र में प्रति व्यक्ति आय उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से अधिक होने का दावा किया गया है। 2019-20 में 2011-12 के स्थित मूल्य पर महाराष्ट्र में प्रति व्यक्ति आय 2,02,130 रुपए थी, जबकि यूपी में 65,704 रुपए और मध्य प्रदेश में 99,763 रुपए रही। इसी तरह हरियाणा में प्रति व्यक्ति आय 2,64,207, तेलंगाना में 2,28,216 रुपए, कर्नाटक में 2,23,433 रुपए, तमिलनाडु में 2,18,599 रुपए और आंध्र प्रदेश में 1,69,519 रुपए रही।   

बेरोजगारी दर बढ़ी

सर्वेक्षण में कहा गया है कि राज्य में बेरोजगारी दर अक्टूबर से दिसंबर 2019 में 5.2 फीसदी थी जो जनवरी से मार्च 2020 तक बढ़ कर 5.6% हो गई। 2020-21 के दौरान राज्य में कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) 27,143 करोड़ रुपये था। एफडीआई के मामले में गुजरात और कर्नाटक के बाद महाराष्ट्र तीसरे नंबर पर है। जून, 2020 में मैगनेटिक महाराष्ट्र 2.0 के दौरान राज्य ने 1.13 लाख करोड़ के निवेश प्रस्तावों को आकर्षित किया है। जिससे 2.50 लाख से अधिक रोजगार उत्पन्न होने की उम्मीद जताई गई। दिसंबर, 2020 के अंत तक राज्य में 7,603 स्टार्टअप थे। 

बिजली की मांग घटी, इंटरनेट कनेक्शन में नंबर-वन 

आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2020-21 में दिसंबर तक बिजली की औसत मांग 17345 मेगावाट और आपूर्ति 21771 मेगावाट की थी। जबकि 2019-20 में मांग 19103 मेगावाट और आपूर्ति 21771 मेगावाट की थी। 2019-20 में बिजली उत्पादन क्षमता के मामले में महाराष्ट्र देश में पहले क्रमांक पर था। राज्य में सितंबर 2020 के अंत तक इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या 9.7 करोड़ थी, यह देश में सबसे ज्यादा ग्राहक संख्या है। 

वाहनों की संख्या बढ़ी, हवाई यात्री घटे

राज्य में 1 जनवरी 2021 को सड़कों पर वाहनों की संख्या 386 लाख (प्रति किलोमीटर 125 वाहन) थी। जबकि 1 जनवरी 2020 को राज्य में वाहनो की संख्या 378 लाख ( प्रति किलोमीटर 122 वाहन) थी। राज्य के हवाई अड्डों से आवागमन करने वाले यात्रियों की संख्या घटी है। 2018-19 में देश के भीतर (घरेलू उड़ान) 468.14 लाख यात्रियों ने आवागमन किया था। यह संख्या 2019-20 में घट कर 458.49 लाख हो गई। इसी प्रकार 2018-19 में महाराष्ट्र के हवाई अड्डों से 146.33 लाख लोगों ने विदेश में यात्रा की, परंतु 2019-20 में विदेश जाने वाले हवाई यात्रियों की संख्या कम होकर 125.21 लाख यात्री हो गई। जबकि 2018-19 में अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के यात्रियों की संख्या 146.33 लाख थी। 

9 मार्च को पुणे में मिला था महाराष्ट्र का पहला कोरोना मरीज

रिपोर्ट में बताया गया है कि महाराष्ट्र में कोरोना का पहला मरीज 9 मार्च को पुणे में मिला था। 15 जनवरी 2021 तक राज्य में कोरोना के 1.37 करोड़ टेस्ट किए गए। जिसमें 19.84 लाख लोग संक्रमित पाए गए, इनमें से 18.81 लाख मरीज स्वस्थ्य हुए। मरीजों के ठीक होने की दर 94.8 प्रतिशत रही। इस दौरान कोरोना से 50 हजार 336 लोगों की मौत हुई। जनवरी 2021 तक राज्य में रोगियों के बढ़ने की दर 0.16 फीसदी रही।    
 

Created On :   5 March 2021 9:55 PM IST

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