पुणे-औरंगाबाद में ईडी की छापेमारी, बढ़ सकती हैं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मलिक की मुश्किलें 

ED raids in Pune-Aurangabad, may increase the problems of Minority Welfare Minister Malik
पुणे-औरंगाबाद में ईडी की छापेमारी, बढ़ सकती हैं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मलिक की मुश्किलें 
वक्फ बोर्ड घोटाला मामला पुणे-औरंगाबाद में ईडी की छापेमारी, बढ़ सकती हैं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मलिक की मुश्किलें 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पुणे वक्फबोर्ड जमीन घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने पुणे में सात ठिकानों पर छापेमारी की जबकि औरंगाबाद में भी एक ठिकाने पर छापे मारे गए। छापेमारी के बाद अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नवाब मलिक मीडिया से सामने आए और कहा कि छापेमारी वक्फ बोर्ड के दफ्तर में नहीं बल्कि पुणे के इनाम एंडोमेंट ट्रस्ट और उसके कुछ अधिकारियों के ठिकानों पर हुई है। उन्होंने ईडी पर तंज कसते हुए कहा कि वह हमारे बोर्ड से जुड़े 30 हजार ट्रस्ट की जांच करें। बता दें कि वक्फ बोर्ड अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के तहत ही आता है और मलिक इस विभाग के मंत्री हैं। इसलिए माना जा रहा है कि ईडी की इस छापेमारी से मलिक की मुश्किलें बढ़ सकतीं हैं। मीडिया से बातचीत में मलिक ने कहा कि अगस्त महीने में पुणे की बंडगार्डन पुलिस ने जांच में पाया था कि ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने 7.76 करोड़ रुपए का गबन किया था। इस मामले में कुछ आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया था। आरोपियों द्वारा मनी लांडरिंग की जानकारी सामने आने के बाद ईडी ने भी मामला दर्ज किया था जो अब पुणे में छापेमारी कर रही है। मलिक क्रूज ड्रग्स मामले में लगातार एनसीबी, भाजपा, देंवेद्र फडणवीस को निशाना बना रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं। इस बीच ईडी की छापेमारी को एक संकेत के तौर पर देखा जा रहा है। मलिक ने कहा कि ईडी की जांच में हम पूरा सहयोग करेंगे क्योंकि ईडी वहीं कर रही है जो हम पिछले दो साल से कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया में खबरें आ रहीं हैं कि ईडी मलिक के घर तक पहुंच जाएगी। अगर ऐसा होता है तो मैं जांच एजेंसी का स्वागत करूंगा। 

मामला दर्ज करने के लिए मैंने किया था फोन

मलिक ने बताया कि घोटाले की जानकारी मिलने के बाद ट्रस्ट के दो अधिकारियों ने पुलिस में शिकायत की लेकिन पुलिस एफआईआर नहीं दर्ज कर रही थी। ऐसे में उन्होंने खुद पुणे पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता को फोन किया। इसके बाद पुलिस ने एफआर्ईआर दर्ज कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। वक्फ जमीन से जुड़ी शिकायतों को लेकर अब तक 7 एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है। कई मामलों में सरकारी अधिकारी भी आरोपी हैं। मलिक ने कहा कि जब से उन्होंने अल्पसंख्यक कल्याण विभाग का जिम्मा संभाला है, वक्फ बोर्ड को पूरी आजादी दे रखी है। कोई शिकायत आने पर जांच शुरू की जाती है। राज्य के इतिहास में पहली बार दो सांसदों समेत 10 सदस्यों की नियुक्ति हुई है। मलिक ने कहा कि उन्होंने बोर्ड के कामकाज को ऑनलाइन और पारदर्शी बनाया है। कागजातों का भी डिजिटाइजेशन किया जा रहा है। 

ईडी अधिकारियों से सवाल करेगी एनसीपी 

राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा है कि पार्टी नेताओं का एक शिष्टमंडल ईडी के कार्यालय जाएगा और अधिकारियों से सवाल किया जाएगा कि जिन मामलों में भाजपा नेता आरोपी हैं उनमें अब तक क्या कार्रवाई हुई है। मलिक ने कहा कि ईडी ने कई नेताओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू की लेकिन जब उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया तो कार्रवाई रोक दी गई। राकांपा ने ऐसे सभी मामलों की जानकारी इकठ्ठा कर ली है। प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटील की अगुआई में पार्टी नेता ईडी अधिकारियों से समय लेकर उनके ऑफिस में जाएंगे और सवाल करेंगे कि भाजपा नेताओं के जुड़े मामलों की जांच क्यों रुकी हुई है। उनसे इन नेताओं के खिलाफ जांच तेज करने की मांग की जाएगी। 

मुख्यमंत्री-शरद पवार मेरे साथ 

अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नवाब मलिक ने माना है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे मेरे साथ हैं। उन्होंने कहा कि एनसीबी को लेकर मुख्यमंत्री ने मेरी भूमिका की तारीफ की है। इस मामले में पूरा मंत्रिमंडल मेरे साथ है। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार मेरे साथ हैं। मलिक ने कहा कि मेरी लड़ाई अन्याय के खिलाफ है। इस लड़ाई के लिए मैं अकेले ही काफी हूं। यह लड़ाई पूरी किए बगैर मैं रुकने वाला नहीं हूं।  

Created On :   11 Nov 2021 8:16 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story