ऑटोनॉमी की ओर बढ़ा शिक्षा संस्थाओं का रुझान, 6 संस्थानों से मिला प्रस्ताव

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ऑटोनॉमी की ओर बढ़ा शिक्षा संस्थाओं का रुझान, 6 संस्थानों से मिला प्रस्ताव

डिजिटल डेस्क, नागपुर ।  नागपुर में संचालित शैक्षणिक संस्थानों का स्वायत्तता (ऑटोनॉमी) की ओर रुझान बढ़ रहा है। अपने अनुसार पाठ्यक्रम डिजाइन करने और अन्य कई प्रकार की अकादमी स्वतंत्रता के चलते संस्थाओं को स्वायत्तता खूब जंच रही है। आगामी शैक्षणिक सत्र 2020-2021 में स्वायत्तता के लिए राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय को 5 से 6 शिक्षा संस्थाओं ने प्रस्ताव भेजे हैं। इसमें एस.बी.जैन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, तिरपुडे कॉलेज ऑफ सोशल वर्क, रायसोनी समूह जैसी शिक्षा संस्थाएं शामिल हैं।

विश्वविद्यालय फिलहाल इनके प्रस्तावों पर विचार कर रहा है। सभी मापदंड पूरे करने के बाद इन्हें स्वायत्तता दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि बीते कुछ वर्षों मंे नागपुर मंे स्वायत्तता शिक्षा संस्थानों का ट्रेंड बढ़ रहा है। रामदेवबाबा कॉलेज, रायसोनी समूह, जी.एस कॉलेज जैसे संस्थान स्वायत्तता पाठ्यक्रम संचालित कर रहे हैं। संस्थानों में सुचारु रूप से चल रहे स्वायत्तता पाठ्यक्रमों को देखकर अन्य शिक्षा संस्थाएं भी इस राह पर चलती नजर आ रही हैं। 

यह है चिंता
दरअसल अकादमिक स्वायत्तता प्राप्त कॉलेजों को अपने अनुसार पाठ्यकम डिजाइन करने की अनुमति होती है। लेकिन कॉलेजों को नागपुर विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित परीक्षा नियमों का पालन करना पड़ता है। हां, परीक्षा के प्रारूप को तय करने की छूट भी कॉलेजों को मिलती है। इसलिए ऑटोनॉमस काॅलेजों की परीक्षा के नियमों में फर्क है। एक ओर नागपुर विवि ने इंजीनियरिंग परीक्षा में पास होने के लिए 80:20 पैटर्न अपना रखा है, तो ऑटोनॉमस इंजीनियरिंग कॉलजों ने इसे 60:40 कर रखा है। जहां आर्ट्स और साइंस जैसे पाठ्यक्रमों में पास होने के लिए नागपुर विश्वविद्यालय ने 40 अंक अनिवार्य किए हैं, तो इसके उलट ऑटोनॉमस आर्ट्स, साइंस कॉलेजों ने 34 अंक प्राप्त विद्यार्थियों को पास करने का नियम बना रखा है। 


 

Created On :   4 Feb 2020 1:24 PM IST

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