स्पेशल ऑडिट न कर घोटालेबाजों को बचाने का हो रहा प्रयास

Efforts are being made to save scamsters by not doing special audit
स्पेशल ऑडिट न कर घोटालेबाजों को बचाने का हो रहा प्रयास
सहकार विभाग की कार्यप्रणाली स्पेशल ऑडिट न कर घोटालेबाजों को बचाने का हो रहा प्रयास

डिजिटल डेस्क, नागपुर। संत जगनाड़े महाराज क्रेडिट को-ऑप सोसायटी में करोड़ों  के घोटाले को लेकर अधिकारियों, संचालकों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू है। वर्तमान कार्यकारिणी के अधिकारी घोटाले का ठीकरा पूर्व संचालकों व अधिकारियों के सिर फोड़ रहे हैं। उधर कई खाताधारक संस्था में जमा पूंजी डूबने से आशंकित है। इन खाताधारकों को उनकी रकम व संपत्ति वापस करने की इच्छा जताते हुए संस्था के अध्यक्ष दीपक वाड़ीभस्मे ने सहकार विभाग से संस्था के लेखा-जोखा का विशेष अंकेक्षण करने की मांग की है। जानकारी के मुताबिक पिछले 18 वर्षों से संस्था का विशेष अंकेक्षण नहीं हुआ है। सहकार विभाग द्वारा समय पर विशेष अंकेक्षण नहीं किया गया, जिससे सहकार विभाग की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में आ गई है। वाड़ीभस्मे ने दावा किया है कि विशेष अंकेक्षण में संस्था के दागदार अधिकारियों, कर्मचारियों व संचालकों की पोल खुल जाएगी। खाताधारकों के फर्जी हस्ताक्षर कर उनके नाम पर कर्ज जारी करने व रकम हड़पने के मामले में कई अधिकारियों, कर्मचारियों व संचालकों पर गाज गिर सकती है।

पुलिस को सौंपी गई रिपोर्ट : सूत्रों के मुताबिक वर्ष 2004 से 2020 के दरमियान सोसायटी के 170 से अधिक खाताधारकों की जमा रकम पर कर्ज दिखाकर कर्ज की रकम हड़प ली गई थी। इस मामले में तहसील पुलिस द्वारा संस्था के अधिकारियों से दस्तावेज मांगे गए थे। संस्था की ओर से वर्ष 2004 से 2020 तक के खातों का अंकेक्षण कराया गया जिसका तहसील पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया है। पुलिस इस रिपोर्ट को खंगाल रही है। आर्थिक हेरफेर के आधार पर संस्था के कई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की भी संभावना है। वर्ष 2004 में सोसायटी का संचालन विनोद फटिंग व प्रवीण फटिंग द्वारा किया जाता रहा। खातों की जांच में पता चला कि वर्ष 2004 से ही खाताधारकों की जमा रकम पर कर्ज लेने का गोरखधंधा शुरू था। इस मामले में विनोद व प्रवीण को मुख्य सूत्रधार करार देते हुए वाड़ीभस्मे ने बताया कि प्रवीण की पत्नी सहकार विभाग में ही अधिकारी है। इसी अधिकारी के रसूख के चलते अब तक संस्था का विशेष अंकेक्षण नहीं हो पाने का आरोप वाड़ीभस्मे ने लगाया है। सोसायटी के आर्थिक व्यवहारों पर नियंत्रण तथा इसे बेहतर आर्थिक हालत प्रदान करने के लिए वाड़ीभस्मे ने कर्जदारों से कर्ज का भुगतान समय पर करने का अनुरोध किया है।

स्पेशल ऑडिट जरूरी

दीपक वाड़ीभस्मे, अध्यक्ष, संत जगनाड़े महाराज क्रेडिट को-ऑप सोसायटी के मुताबिक हमने सहकार विभाग से संस्था का स्पेशल ऑडिट कराने की मांग की है। वित्त वर्ष 2004 से वित्त वर्ष 2020 तक यह आॅडिट कराना है। ऑडिट में संस्था में हुए सभी प्रकार के घोटाले का खुलासा होने की संभावना है। सहकार विभाग इस मामले में उदासीन रवैया अपना रहा है।

 

Created On :   23 May 2022 4:15 PM IST

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