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सावधान : धनिया, हल्दी पाउडर, चावल भी शुद्ध नहीं है, हर सातवें सेम्पल में मिलावट की पुष्टि
डिजिटल डेस्क, कटनी। खाद्य एवं औषधि विभाग की जांच रिपोर्ट में दुकानदारों का बड़ा झूठ पकड़ाया है। खाद्य पदार्थों के नमूने लेकर जब भोपाल के प्रयोगशाला में भेजा गया, तो हर सातवां पदार्थ अमानक स्तर का मिला। जनवरी से लेकर अगस्त तक 92 सैम्पल लिए गए। इसमें 14 खाद्य पदार्थ अमानक स्तर के पाए गए। सबसे चौंकाने वाला आंकड़ा यह रहा कि दूध और चावल जैसे खाद्य पदार्थों में भी स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने वाले पदार्थों को मिलाकर बेचा गया। इस मामले में तीन दुकानदारों को न्यायालय ने कारावास के साथ जुर्माना सुनाया है, तो दस मामलों में दुकानदारों के ऊपर जुर्माना लगाया गया है। जिनसे राशि वसूल की जा रही है।
नहीं है किसी का भय
जिस तरह के आंकड़े जांच रिपोर्ट में सामने आए हैं। उसे देखकर अब आम लोगों के मुंह से यही सुना जा रहा है कि प्रशासन का खौफ मिलावटी करने वाले दुकानदारों के ऊपर किसी तरह से नहीं है। जिसके चलते वे खाद्य पदार्थों में बैखौफ तरीके से अमानक स्तर के रासयनिक पदार्थ मिला रहे हैं। जिस तरह से कुछ दुकानदार अवैध तरीके से रुपए कमाने के लिए लोगों की सेहत को ही खतरे में डाल दिए हैं। उनकी कार्यप्रणाली से शहर का भी नाम खराब हो रहा है।
दूध-चावल में भी खेल
दूध और चावल में भी दुकानदारों के द्वारा जमकर खेल-खेला जा रहा है। दूध में पानी मिलाने की शिकायत भले ही आम रहती हो, लेकिन अब तो दुकानदार इसमें रासयनिक सामग्री भी मिलाकर शुद्धता के नाम पर घटिया दूध बेच रहे हैं। चावल में भी जमकर मिलावटी का खेल चल रहा है। मिठाई में भी केमिकल पदार्थों का उपयोग कर दुकानदार ग्राहकों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं।
केमिकल रंग का प्रयोग
खाद्य पदार्थों में सबसे अधिक प्रयोग केमिकल रंग का हो रहा है। जो स्वास्थ्य पर सीधे विपरीत प्रभाव डालता है। 14 अमानक स्तर के खाद्य पदार्थों में कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे मिले। जिनमें रासयनिक रंग डाले गए थे। गौरतलब है कि इस रंग का उपयोग बड़े दुकानों के साथ छोटे दुकानों में भी धड़ल्ले से व्यापारी कर रहे हैं। जो केमिकल रंग कपड़े रंगाई के लिए बाजार आता है, उसका उपयोग खाद्य पदार्थ में धड़ल्ले से किया जा रहा है।
इनका कहना है
नियमानुसार दुकानों में रखे खाद्य पदार्थों की जांच की जा रही है। इसी वर्ष जनवरी से लेकर अगस्त तक 92 सैम्पल दुकानों से लिए गए। जिसमें 14 सैम्पल अमानक स्तर के पाए गए। जिनके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की गई है।
डीके दुबे, निरीक्षक खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग
Created On :   25 Aug 2018 1:16 PM IST