यू तो नागपुर में 500 सर्पमित्र हैं, लेकिन रजिस्ट्रेशन एक का नहीं

Eye on poison: 500 snake catcher in Nagpur, but registration is not of one
यू तो नागपुर में 500 सर्पमित्र हैं, लेकिन रजिस्ट्रेशन एक का नहीं
जहर पर नजर यू तो नागपुर में 500 सर्पमित्र हैं, लेकिन रजिस्ट्रेशन एक का नहीं

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिले में बड़े पैमाने पर सांप की मौजूदगी है। पिछले कुछ वर्षों में जिले के विभिन्न इलाकों में सांप पकड़ने वालों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है। निश्चित तौर पर उनके कार्य सराहनीय हैं, पर इसकी आड़ में सांपों की तस्करी की आशंका को दूर करना भी जरूरी हो गया है। इसलिए वन विभाग ने  तय किया है कि सांप पकड़ने का काम करने वाले को वन विभाग से रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा। शहर में लगभग 500 सर्पमित्र हैं, लेकिन रजिस्ट्रेशन एक का भी नहीं है। पिछले एक वर्ष में  721 सर्पमित्रों ने कई सांप पकड़े हैं। इसके बाद टीटीसी को सौंपे गए हैं।

पिछले एक वर्ष जनवरी 2020 से  अब तक  721 सर्पमित्रों ने पकड़े कई सांप
वन विभाग ने निर्देश जारी कर कहा-इस काम के लिए अब पंजीकरण अनिवार्य  

जल्द से जल्द हो रजिस्ट्रेशन

शहरी हो या ग्रामीण क्षेत्र, आए दिन किसी न किसी के घर में सांप निकलने की घटना सामने आती हैं। लोग सांप से बचने के लिए तत्काल सांप पकड़ने वालों को बुलाते हैं , फिर पकड़े गए सांप को जंगल में छोड़ देते हैं। इसलिए वन विभाग ने जिले में सांप पकड़ने वालों को  अपना रजिस्ट्रेशन वन विभाग में कराने का निर्देश जारी किया है।

ताकि तस्करी की घटना न हो

स्नेक कैचर के कार्य करने के तरीके की पूरी जानकारी भी ली जाएगी। रेस्क्यू करने के लिए वन विभाग के संपर्क में रहने वाली टीम को तत्काल रेस्क्यू के लिए भेजा जाएगा। उन सांपों को वन विभाग की निगरानी में सकुशल जंगल में छोड़ा जाएगा। सारी जानकारी वन विभाग के पास रहेगी, ताकि किसी तरह की कोई तस्करी की घटना न हो।

कोरोना काल की वजह से रुकी प्रक्रिया

कुंदन हाते,सदस्य वाइल्ड लाइफ एडवाइजरी बोर्ड कहना है कि पिछले वर्ष वन विभाग ने सर्पमित्रों के रजिस्ट्रेशन का कार्य शुरू किया था। उस समय 150 से 200 सर्पमित्रों ने रजिस्ट्रेशन कराए थे, लेकिन कोरोना के चलते काम पूरा नहीं हो पाया। स्थितियां सामान्य होते ही रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी। 

कंपनी में निकला सांप, जंगल परिसर में छोड़ा

उधर सावनेर- छिंदवाड़ा मार्ग पर गांधी जिनिंग कंपनी में गुरुवार को शाम करीबन 5 बजे कोबरा प्रजाति का सांप दिखाई दिया। सर्पमित्र घनश्याम तुर्के, विक्की शेंडे व अजय पटेल  के सांप को पकड़ते हुए वनपरिक्षेत्राधिकारी खापा के अनुमति से सांप को महारकुंड के जंगल में छोड़ा गया। 
 

 

Created On :   13 Aug 2021 2:47 PM IST

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