- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- वाहनों के नंबरों की सुविधा बंद,...
वाहनों के नंबरों की सुविधा बंद, खरीदना पड़ रहा पुराना नंबर
डिजिटल डेस्क, नागपुर। वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। वाहनों से संबंधित कुछ सुविधाएं सरकार ने बंद कर दी हैं। खासकर नंबर को लेकर पोर्टेबिलिटी सुविधा नहीं है। ऐसे में पुराने वाहनों पर वीआईपी नंबर होने के बाद भी उन्हें ज्यादा पैसे भरकर नए वाहनों के लिए लेना पड़ रहा है। अधिकारियों की मानें तो केवल एक वर्ष तक यह सुविधा दी गई थी, लेकिन सरकार काे राजस्व नहीं मिलने के कारण इसे बंद कर दिया। पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में इस तरह की सुविधा शुरू होने के संकेत मिल रहे हैं, लेकिन महाराष्ट्र में अभी तक इस बारे में कोई हलचल नहीं है।
चुकानी पड़ती है मोटी रकम : शहर व ग्रामीण की बात करें तो कुल 15 लाख के करीब वाहन हैं। वीआईपी नंबर खरीदारों की भी कमी नहीं है। 4444, 0999, 0007, 3333, 1212, 1111 इस तरह के वीआईपी नंबर लेने के लिए मोटी रकम चुकाते हैं। लेकिन वाहन पुराना होने के बाद यह नंबर उन्हें वापस नहीं मिल रहा है। बल्कि यह आरटीओ को वापस हो जाता है। यदि वाहन का रजिस्ट्रेशन रद्द हो गया, तो इन वीआईपी नंबर को आरटीओ फिर से नए वाहनधारकों के लिए नीलाम कर रहा है।
पड़ोसी राज्य में शुरू हाेने वाली है सुविधा : वर्ष 2011 में सरकार की ओर से एक नया जीआर निकाला गया था, जिसमें यह पुराने वाहनों को स्क्रैप करने के बाद वाहनधारक उसी नंबर का इस्तेमाल नए वाहनों पर कर सकता था। सरकार को राजस्व नहीं मिलने के कारण इस सुविधा को बंद कर दिया गया। ऐसे में वीआईपी नंबर के लिए 15 हजार रुपए तक भरना पड़ रहा है। जबकि मध्य प्रदेश में अब इस तरह का पोर्टेबिलिटी सिस्टम जल्द लागू किया जा रहा है।
जिससे वहां के वाहनधारकों को सुविधा मिलेगी। लेकिन महाराष्ट्र के वाहनधारकों को फिलहाल मायूस होना पड़ेगा।
अभी तक नहीं मिला कोई पत्र
हमारे यहां अभी पोर्टेबिलिटी सिस्टम नहीं है। कुछ वर्ष पहले शुरू हुआ था, लेकिन प्रतिसाद कम था, वहीं राजस्व भी नहीं मिल रहा था। जिसके चलते इस सिस्टम को बंद कर दिया गया। अभी फिर से इसे शुरू करने को लेकर कोई पत्र नहीं आया है।
-रवींद्र भुयार, आरटीओ, शहर आरटीओ, नागपुर
Created On :   20 Jan 2022 3:35 PM IST