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यूरिया लेने टूट पड़े किसान, लग गई लंबी लाइन -सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां
डिजिटल डेस्क शहडोल । काफी समय बाद पहुंची खाद लेने के लिए किसान टूट पड़े। विपणन व सहकारी समितियों के माध्यम से बुधवार को यूरिया खाद का वितरण शुरु हुआ। लंबे समय से इंतजार में बैठे किसान खाद मिलने की सूचना पर बड़ी संख्या में केंद्र जा पहुंचे। शहडोल मुख्यालय स्थिति सोसायटी में तो एक किलोमीटर लंबी लाइन लग गई। हर कोई जल्द से जल्द खाद पाना चाह रहा था क्योंकि शंका थी कि हमेशा की तरह खाद खत्म न हो जाए। इस सेंटर में आस-पास के करीब 20 गांवों के किसान खाद उठाते हैं। जिस कारण यह भारी भरकम भीड़ जमा हो गई। व्यवस्था सुधारने के लिए पुलिस तक की मदद लेनी पड़ गई। यही हाल जिले की अन्य सासोयटियों में भी देखा गया। खाद लेने की आपाधापी में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होते नहीं दिखा। गौरतलब है कि दो दिन पहले ही यूरिया की रैक यहां पहुंची थी। जिसे समितियों तक पहुंचाया गया है। भारतीय किसान संघ के डॉ. भानुप्रताप सिंह ने खाद की कमी को लेकर कलेक्टर से पत्राचार किया था। किसानों ने मांग की है कि खाद की निरंतर आपूर्ति कराते रहें ताकि भविष्य में परेशानी न होने पाए।
15 दिन से काट रहा सोसायटी का चक्कर
सोयायटी में ब्लॉक स्तर से खाद वितरण होता है। इसके अलावा जिला मुख्यालय में उमरिया सोसायटी से भी फुटकर व सीमित मात्रा में दिया जाता है। सोमवार व मंगलवार को दो दिन से हजारों लोग दूर-दूर से सरकारी खाद लेने उमरिया आ रहे हैं। किसान विनय मिश्रा का कहना है 25 एकड़ की फसल में मैं दो बोरी यूरिया क्या करूंगा। गांव में यूरिया नहीं है। व्यापारियों के गोदाम में पहुंचा दी गई है। राम बाई ने बताया 15 दिन से एक किराया भाड़ा लगाकर कोड़ार से आ रही है। लोढ़ा निवासी किसान ने बताया यह सब सांठगांठ से हो रहा है। सोसायटी व बड़े व्यापारियों के यहां भंडारण की आकस्मिक जांच हो, सारे काले कारोबार का खुलासा हो जाएगा।
खाद की कालाबाजारी रोकी जाए
जिला कांग्रेस अध्यक्ष आधार बहादुर सिंह ने आरोप लगाया है कि नक़ली खाद-बीज का धन्धा शुरू हो गया है। जैतपुर के किसानों को हो रही खाद की दिक्कत सोसाइटी में लंबी कतार किसानों में हड़कंप सरकारी दर पर सोसाइटी से खाद उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। इसी तरह का हाल जिले भर में बना हुआ है। सोसाइटी के माध्यम से गड़बडिय़ां हो रही है। बाजार में कालाबाजारी करते हुए ऊंचे दामों पर खाद मिल रहा है। जिला प्रशासन ध्यान दें अन्यथा उग्र आंदोलन के लिए किसान मजबूर होगा।
इनका कहना है
हम किसानों को बता रहे हैं। स्थानीय स्तर पर ही खाद बंटेगा। वैकल्पिक व्यवस्था के लिए उमरिया सोसायटी से वितरण किया जा रहा है।
आरके प्रजापति, उपसंचालक कृषि
कुछ दिनों पूर्व परिवहन की दिक्कत होने से यूरिया की अनुपलब्धता थी। अब परिस्थितियां सामान्य है। जल्द ही नया रैक आ रहा है। सभी सोयायटी में पर्याप्त स्टॉक मिल जाएगा।
आरती पटेल, उपायुक्त सहाकारिता विभाग उमरिया
Created On :   27 Aug 2020 7:18 PM IST