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पाला से फसलों को नुकसान, सर्वे प्रारंभ ; Whatsapp पर नुकसान का फोटो भेज सकते हैं किसान
डिजिटल डेस्क, मंडला। दिसम्बर महिने के अंतिम सप्ताह से हो रही ठंड का असर फसलों पर पड़ा है। दलहनी फसलों चना, मटर, अरहर, मसूर आदि के फूल मार खा गए हैं, जिससे उत्पादन बुरी तरह प्रभावित होगा। इसी तरह जिन फसलों में फलियां आ गई थीं उनकी फलियां भी पाला में एकदम सूख गई हैं। जाहिर है कि ऐसी फसलों का उत्पादन भी न के बराबर होगा। रबी फसल में पाला की शिकायते सामने आने लगी है। जिसके चलते राजस्व विभाग के निर्देश पर अमला से सर्वे शुरू कर दिया गया है। 3 जनवरी को सर्वे के बाद रिपोर्ट सौंपी जाएगी। जिसके बाद जिले में हुए नुकसान की वास्तविक स्थिति सामने आएगी। राजस्व अमले को प्रपत्र सौंपकर फील्ड में भेज दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक 5 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान की स्थिति में फसलों में पाला पड़ने की संभावना रहती है। मंडला जिले में दिसम्बर माह के अंतिम सप्ताह में कड़ाके की ठंड पड़ी। अंतिम तीन दिन कान्हा का तापमान 0 डिग्री सेल्सियस रहा है। मंडला जिले में भी 3 डिग्री के आसपास पारा रिकार्ड किया गया है। जिससे रबी फसल और सब्जियों को नुकसान पहुंचा है। पाले की शिकायत जिले से आने लगी है। मोहगांव ब्लाक ने सिंगारपुर, गिठारमलपहरी, मलपहरी ओर डोगरगांव में फसलों को नुकसान हुआ है। यहां 20 प्रतिशत तक का फसलों को नुकसान का अनुमान बताया गया है। जिसकी शिकायत किसानों से प्रशाासन को दी है। पाला के कारण फसल और सब्जी झुलस गई है।
फसलों में पाला पड़ने की खबरों के बाद प्रशासन ने सर्वे के निर्देश दिए है। जिले भर के राजस्व अमला को प्रपत्र सर्वे के लिए थमा दिए गए हैं। विभाग का अमला फील्ड में उतर गया है। किसानों से जानकारी खेतो में जाकर ली जा रही है। सर्वे के दौरान निर्देश है कि ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों को भी रखा जाए। जिससे सर्वे में पारदर्शिता रहे। सर्वे की रिपोर्ट 3 जनवरी को मांगी गई है। इससे पहले नुकसान की मौखिक जानकारी देने के लिए कहा गया है। जिससे अमला सर्वे के कार्य में तेजी से जुट गया है।
अधिकारी करेंगे मुआयना
बताया गया है कि पाला की शिकायतों की जांच तहसीलदार और एसडीएम करेंगे। जिससे विभाग के पास पाले से नुकसान की जानकारी वास्तविक हो। मोहगांव में हुए नुकसान की जांच के लिए कलेक्टर ने एसडीएम को दिए हैं। जिले में सभी जगह पाले की शिकायत पर एसडीएम और तहसीलदार के द्वारा मौका मुआयना किया जाएगा। राजस्व अमला के द्वारा किए जा रहे सर्वे की मानीटरिंग भी अधिकारियों के द्वारा की जाएगी। जिससे सर्वे में किसी तरह की कोताही ना हो।
है मुआवजे का प्रावधान
पाला में नुकसानी के लिए आबीसी 6-4 में प्रावधान किया गया है। जिसमें लघु और सीमांत किसानों के लिए अलग-अलग व्यवस्था है। 25 प्रतिशत से अधिक की नुकसानी पर ही मुआवजा मिलेगा और 33 प्रतिशत से अधिक की नुकसानी पर ज्यादा राशि मिलेगी। 25 प्रतिशत नुकसानी पर 2 हैक्टेयर तक के असिंचित किसान को 5 हजार और सिंचिंत किसान को 9 हजार का प्रावधान है। असिंचित बारहमासी 6 माह से कम के लिए 9 हजार, 33 प्रतिशत से अधिक नुकसान पर 33 प्रतिशत अधिक नुकसानी पर असिंचित के लिए 8 हजार और सिंचित के लिए 15 हजार का प्रावधान है। 2 हैक्टेयर के अधिक सिंचित, असिंचित, बारहमासी, सब्जी, फल के लिए अलग-अलग प्रावधान है।
व्हाटएप पर फोटो भेज सकते हैं किसान
कलेक्टर जगदीश चन्द्र जटिया ने सभी एसडीएम को फसल नुकसानी के आंकड़े भेजने के लिए निर्देश दिए हैं। श्री जटिया ने जिले के किसानों को अपनी फसल को हुए नुकसान की जानकारी देने मोबाईल नम्बर जारी कर दिया है। किसान फसल हानि की फोटो एवं सभी आवश्यक जानकारियां मोबाईल नम्बर 9425359361 पर व्हाट्सऐप के माध्यम से भेज सकते हैं। व्हाट्सऐप पर जानकारी देते समय किसान अपने गांव का नाम, अपना नाम, मोबाईल नम्बर, फसलों के नुकसान की फोटो, वीडियो तथा अन्य महत्वपूर्णं जानकारी दे सकते हैं।
इनका कहना है
नुकसान के आंकलन के लिए सर्वे किया जा रहा है, शिकायत पर एसडीएम खुद मौके पर जाकर निरीक्षण कर रहे है, सर्वे के बाद नुकसानी का वास्तविक आंकलन हो पाएगा।
राकेश खम्परिया, प्रभारी अधीक्षक, भूअभिलेख
Created On :   1 Jan 2019 6:37 PM IST