भीषण ठंड में किसानों को खरीदी केन्द्रों पर गुजारनी पड़ रही रात

Farmers have to spend the night in the fierce cold
भीषण ठंड में किसानों को खरीदी केन्द्रों पर गुजारनी पड़ रही रात
भीषण ठंड में किसानों को खरीदी केन्द्रों पर गुजारनी पड़ रही रात

डिजिटल डेस्क जबलपुर । भीषण ठंड जब लोगों को घरों के अंदर भी ठिठुरा रही है, तब जिले के हजारों किसानों को खुले आसमान के नीचे खरीदी केन्द्रों पर रात गुजारनी पड़ रही है। इधर धान खरीदी का आलम यह है कि रोज किसी ने किसी बहाने मामला अटक रहा है। कभी बारदाना संकट, कभी गुणवत्ता की जाँच, तो कभी भंडारण नहीं हो पाने के कारण खरीदी की रफ्तार धीमी बनी हुई है। कुछ खरीदी केन्द्रों के किसान तो अभी भी खरीदी शुरू कराने अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। मनमानी मैपिंग के चलते उनके केन्द्र दूर शिफ्ट कर दिए गए हैं। इस बीच धान खरीदी 25 जनवरी तक ही होने की खबर ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। इन संकटों के बीच फील्ड पर पहुँचने वाले प्रशासनिक अधिकारी किसानों की समस्याएँ सुनने की बजाय उनके साथ अभद्रता कर रहे हैं। जिले में बीस दिन से चल रही धान खरीदी के बाद भी हजारों क्विंटल धान अब भी खुले में पड़ा है। प्रशासन की खुद की तैयारियाँ पूरी नहीं होने के कारण शुरूआती दौर में ही किसानों को नमी के नाम पर परेशान किया गया। इसके बाद उम्मीद थी कि खरीदी पटरी पर आएगी, लेकिन हालात ये हैं कि अब तक महज 5 हजार किसानों का धान ही खरीदा गया है, 33 हजार किसान अभी भी खरीदी के इंतजार में बैठे हुए हैं। ऐसे में बचे हुए 25 दिनों में इतने किसानों की उपज की तुलाई और भंडारण मुश्किल नजर आ रहा है। इधर शनिवार को हड़ताल पर गए वेयरहाउस मालिकों ने रविवार को भी गोदामों में भंडारण नहीं 
होने दिया। 
इनका कहना है
वेयर हाउस संचालकों से बातचीत कर समस्या का समाधान निकाला जाएगा। घटना के संबंध में जाँच कराई जा रही है। किसानों की समस्याओं को हल करने प्रशासन तत्पर है। 
- भरत यादव, कलेक्टर
 

Created On :   30 Dec 2019 1:20 PM IST

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