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सौर ऊर्जा पंप चलाने के लिए किसानों को मिलेगी ट्रेनिंग, यवतमाल के 99 परिवारों के पुनर्वसन को एक माह में मिलेगी मंजूरी
डिजिटल डेस्क, मुंबई। यवतमाल जिले के उमरखेड तालुका में स्थित देवसरी गांव के 99 परिवारों के पुनर्वास के प्रस्ताव को एक महीने के भीतर मंजूरी दी जाएगी। प्रश्नकाल के दौरान पूछे गए सवाल के जवाब में राहत व पुनर्वास मंत्री विजय वडेट्टीवार ने यह जानकारी दी। साल 2006 में अतिवृष्टि के चलते पैनगंगा नदी में आई बाढ़ की चपेट में आने से दलित इस बस्ती में जलजमाव हो गया था जिसके चलते कई घर गिर गए थे। शिवसेना के संतोष बांगर के सवाल के जवाब में मंत्री वडेट्टीवार ने बताया कि नवंबर 2018 में तत्कालीन सरकार ने पुनर्वसन का प्रस्ताव वापस भेज दिया था। क्योंकि नियमों के मुताबिक 75 फीसदी घरों का समावेश बाढ़ पीड़ितों में नहीं हो रहा था। गांव में कुल 548 परिवार रहते हैं जिनमें से 187 बाढ़ से प्रभावित हुए थे। इनमें से 99 परिवारों के पुनर्वास का प्रस्ताव ही जिलाधिकारी ने भेजा था।
सौर ऊर्जा पंप चलाने के लिए किसानों को मिलेगी ट्रेनिंग
सौर ऊर्जा पंप चलाने में किसानों को हो रही परेशानी के मद्देनजर उन्हें नई कुसुम योजना के तहत कृषि पंप चलाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए अलग से व्यवस्था बनाई जाएगी। ऊर्जा राज्यमंत्री प्राजक्त तनपुरे ने प्रश्नकाल के दौरान पूछे गए सवाल के जवाब में यह जानकारी दी। भाजपा के मंगलप्रभात लोढ़ा ने सौर ऊर्जा पंप लगाए जाने के एक साल बाद भी किसानों को उसका लाभ नहीं मिलने से जुड़ा सवाल पूछा था। जवाब में राज्यमंत्री तनपुरे ने स्वीकार किया कि वाशिम जिले के कारंजा तालुका स्थित औरंगपुर में रहने वाली किसान सिंधुबाई भगत एक साल से स्पैन पंप्स (पुणे) का सौर कृषि पंप लगाने के बाद से परेशान थी। उसमें से पानी नहीं आ रहा था। कई बार शिकायत करने के बाद उन्होंने इसी साल 14 जनवरी को मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आत्मदाह की इजाजत मांगी थी। इसके बाद उनकी शिकायत दूर कर दी गई। इस मुद्दे पर कांग्रेस के नाना पटोले ने भी सरकार को आड़े हाथ लिया और कहा कि योजना का लाभ लेने वाले किसानों को परेशान किया जा रहा है और मंत्री ऐसे जवाब दे रहे हैं जैसे वे कंपनी का प्रचार कर रहे हैं।
समय पर कर्ज की किश्त भरने वाले किसानों को मिलेगा प्रोत्साहन राशि
समय पर कर्ज की किश्त भरने वाले किसानों में से आधे को इसी साल 50 हजार की प्रोत्साहन राशि दे दी जाएगी जबकि बाकी किसानों को अगले साथ यह पैसे दिए जाएंगे। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने प्रश्नकाल के दौरान विधानसभा में यह जानकारी दी। भाजपा के देवेंद्र फडणवीस, सुधीर मुनगंटीवार, विनोद अग्रवाल आदि सदस्यों ने कर्जमाफी योजना के दो साल बाद भी हजारों किसानों को कर्जमाफी न मिलने से जुड़ा सवाल उठाया था। जवाब में उपमुख्यमंत्री पवार ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते कुछ परेशानी हुई है। आवेदन करने वाले 32.39 लाख किसानों में से 31.71 लाख के खाते में 20244 करोड़ रुपए जमा किए जा चुके हैं। बाकी किसानों के लिए भी कर्जमाफी की प्रक्रिया जारी है। इसके अलावा कर्ज समय पर भरने वाले किसानों को सरकार वादे के मुताबिक 50 हजार रुपए देगी।
Created On :   7 March 2022 8:26 PM IST