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देश प्रेम और महिलाओं के सम्मान को बताती शॉर्ट फिल्म 'लक्ष्मी पूजन'
डिजिटल डेस्क,हिंगणघाट/वर्धा। हिंगणघाट जैसी छोटी तहसील में कलाकारों की कमी नहीं है। दिवाली के मौके पर इस तहसील के कलाकारों ने देशप्रेम और नारी सम्मान का अनोखा संदेश देने के लिए एक शॉर्ट फिल्म बनाई है जिसे लोगों ने काफी सराहा और इसके संदेश पर अमल भी किया। ARMS संस्था हिंगणघाट की ओर से प्रस्तुत लक्ष्मी पूजन शॉर्ट फिल्म से एकता का संदेश दिया गया है। इस फिल्म से प्रेरित होकर वाशिम एवं परिसर के कई जिलों में इसी तरह से लक्ष्मीपूजन किया गया।
हिंगणघाट के युवाओं की ओर से फिल्म इंडस्ट्री से प्रेरित होकर समय-समय पर शॉर्ट फिल्म के माध्यम से समाज को एक संदेश देने का कार्य निरंतर किया जा रहा है। संस्था ने लक्ष्मीपूजन इस फिल्म के जरिए महिलाओं के सम्मान का संदेश दिया है। महिलाओं का सम्मान ही सच्चा लक्ष्मी पूजन होकर सभी को अपनी जिम्मेदारी का अहसास करवाने वाली इस शॉर्ट फिल्म को सभी पसंद कर रहे हैं। इससे पहले भी अनेक फिल्मों का निर्माण करके यू ट्यूब पर ARMS हिंगणघाट नामक चैनल पर साझा किया गया है। सबसे पहले पोलियो के विषय में उसके बाद, रिस्पेक्ट ऑफ नेशनल एंथम, दिवाली पर चायनिज सामान के विरोध में शॉर्ट फिल्म का निर्माण किया गया।
सार्वजनिक स्थान पर होने वाले गलत कामों पर रोक के लिए पहल नामक फिल्म का भी निर्माण किया गया। शिवाजी महाराज जयंती पर राजे कुणाचे के निर्माण से ARMS को बड़ी सफलता मिली है।ऐसी कई शॉर्ट फिल्मों के निर्माण में आने वाला खर्च संस्था खुद वहन करती है। इस बार दिवाली पर एक ऐतिहासिक विषय पर लक्ष्मी पूजन फिल्म का निर्माण किया गया है जिसमें नागपुर और हिंगणघाट के कलाकारों ने अपनी प्रतिभा दिखाई है। ARMS ग्रुप का सपना और बड़ा है जो बड़ी फिल्म बनाकर जल्दी पूरा होने वाला है जिसके संदर्भ में नागपुर, मुम्बई आदि जगह बात चल रही है। बहुत कम समय में ज्यादा तरक्की करके अपनी एक अलग पहचान इस संस्था ने बनाई है। इन युवाओं ने गणेश जोशी,अमोल वंजारे, अब्दुल कदीर बख्श, सतीश कापसे, मंगेश दुधलकर, रोहित मौर्या, प्रकाश घोडे हमेशा समाज को एक संदेश देने और भविष्य में बड़ी फिल्मों का निर्माण करने का संकल्प लिया है। उनके इस कार्य की हिंगणघाट में काफी प्रशंसा की जा रही है।
महिलाओं के सम्मान का रखा ध्यान
दीपोत्सव पर घर-घर में मां लक्ष्मी की आराधना की जाती है। इसी बात को केंद्र में रखकर लक्ष्मी पूजन नामक शॉर्ट फिल्म का निर्माण संस्था की ओर से किया गया जिसमें महिलाओं के सम्मान का ध्यान रखा गया है। इस फिल्म के जरिए नारी शक्ति के सम्मान का खयाल रखने का संदेश दिया गया है। नागपुर और हिंगणघाट के कलाकारों ने इसमें अपने प्रतिभा के जलवे बिखेरे हैं।
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आशीर्वाद की प्रार्थना
लक्ष्मी पूजा को करने के लिए हम चौघड़िया मुहूर्त को देखने की सलाह नहीं देते हैं क्योंकि वे मुहूर्त यात्रा के लिए उपयुक्त होते हैं। लक्ष्मी पूजा के लिए सबसे उपयुक्त समय प्रदोष काल के दौरान होता है जब स्थिर लग्न प्रचलित होती है। ऐसा माना जाता है कि अगर स्थिर लग्न के दौरान लक्ष्मी पूजा की जाए तो लक्ष्मीजी घर में ठहर जाती है। इसीलिए लक्ष्मी पूजा के लिए यह समय सबसे उपयुक्त होता है। वृषभ लग्न को स्थिर माना गया है और दीवाली के त्यौहार के दौरान यह अधिकतर प्रदोष काल के साथ अधिव्याप्त होता है। लक्ष्मी पूजा के लिए हम यथार्थ समय उपलब्ध कराते हैं। हमारे दर्शाए गए मुहूर्त के समय में अमावस्या, प्रदोष काल और स्थिर लग्न सम्मिलित होते हैं।
हम स्थान के अनुसार मुहूर्त उपलब्ध कराते हैं इसीलिए आपको लक्ष्मी पूजा का शुभ समय देखने से पहले अपने शहर का चयन कर लेना चाहिए। अनेक समुदाय विशेष रूप से गुजराती व्यापारी लोग दीवाली पूजा के दौरान चोपड़ा पूजन करते हैं। चोपड़ा पूजा के दौरान देवी लक्ष्मीजी की उपस्थिति में नई खाता पुस्तकों का शुभारम्भ किया जाता है और अगले वित्तीय वर्ष के लिए उनसे आशीर्वाद की प्रार्थना की जाती है। दीवाली पूजा को दीपावली पूजा और लक्ष्मी गणेश पूजन के नाम से भी जाना जाता है।
Created On :   26 Oct 2017 10:33 AM IST