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ठाकुर बोले - भारतीय फिल्मों ने दुनियाभर में भारत को दी पहचान
डिजिटल डेस्क, मुंबई। भारतीय सिनेमा ने दुनियाभर में भारत की पहचान बनाई है। सिनेमा से भारत की कूटनीति को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है। फिल्म समुदाय दुनिया में भारत की बेहतरीन ब्रांडिंग कर सकता है। यह बात केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने यह बात कही। वे मुंबई में आयोजित "भारतीय सिनेमा और सौम्य शक्ति" के दो दिवसीय संगोष्ठी के समापन के मौके पर बोल रहे थे। केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने कहा कि दुनिया में तेजी से बढ़ते उदारीकरण, विनियमन, मीडिया और संस्कृति उद्योग के निजीकरण से पिछले कुछ दशकों में भारतीय फिल्म उद्योग में काफी परिवर्तन हुआ है। साथ ही, वैश्विक डिजिटल मीडिया उद्योग और वितरण प्रौद्योगिकी के विस्तार से भारतीयमनोरंजन उदयोग का दायरा बढ़ा है। उन्होंने कहा कि विश्व मानचित्र पर भारतीय सिनेमा की लोकप्रियता लगातार बढ़ी है। आज हिंदी फिल्में दुनिया भर में एक साथ रिलीज होती हैं और इसके सितारे अंतरराष्ट्रीय विज्ञापन और मनोरंजन क्षेत्र के जाने-माने चेहरे हैं। यहां तक कि दूर-दराज के अफ्रीकी देश भी हमारी फिल्मों और संगीत के दीवाने हैं। हम नाइजीरिया जैसे देशों के बारे में जानते हैं जहां नॉलिवुड बाजार भारतीय सिनेमा से बहुत प्रेरणा लेता है। लैटिन अमेरिका जैसे अज्ञात देशों में भी बॉलीवुड का विस्तार हुआ है। हमारा सिनेमा दक्षिण कोरिया, जापान, चीन जैसे देशों में पैठ बना रहा है।
विदेशी भाषाओं मे सबटाईटल बनाने की जरुरत- विनय सहस्रबुद्धे
भारतीय सांस्कितिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) के अध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे ने कहा कि दुनिया भर में भारतीय फिल्मों की पहुंच बनाने के लिए विदेशी भाषाओं में उनके सब टाईटल बनाने की आवश्यकता है। विशेष रूप से उन देशों में जहां भारत का मजबूत सांस्कृतिक प्रभाव है। जैसे म्यांमार, मलेशिया, इंडोनेशिया और कजाकिस्तान आदि। इन देशों भारतीय सिनेमा बहुत ही लोकप्रिय है लेकिन भाषा की समस्या है। इसलिए आईसीसीआर विदेशी भाषा प्रशिक्षण और साफ्ट पॉवर पर एक संगोष्ठी आयोजित करेगा।
Created On :   5 May 2022 6:35 PM IST