आईएनएस विक्रांत मामले में किरीट सोमैया और बेटे के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर   

FIR registered against Kirit Somaiya and son in INS Vikrant case
आईएनएस विक्रांत मामले में किरीट सोमैया और बेटे के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर   
 57 करोड़ की हेराफेरी का आरोप  आईएनएस विक्रांत मामले में किरीट सोमैया और बेटे के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर   

डिजिटल डेस्क, मुंबई। विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रांत को बचाने के लिए लोगों से इकठ्ठा किए गए 57 करोड़ रुपए के फंड में हेराफेरी मामले में भाजपा नेता किरीट सोमैया और उनके बेटे नील सोमैया के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। मुंबई के ट्रांबे पुलिस स्टेशन में एक 53 वर्षीय पूर्व सैन्यकर्मी की शिकायत के आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं सोमैया ने कहा है कि उन्होंने निधि का कोई दुरुपयोग नहीं किया है और किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हैं। शिकायतकर्ता बबन भोसले के मुताबिक सोमैया ने 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान पाकिस्तान की घेरेबंदी में अहम भूमिका निभाने वाले युद्धपोत ‘आईएनएस विक्रांत’ को बचाने के लिए फंड जुटाने की मुहिम शुरू की थी। इस दौरान लोगों से 57 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि एकत्र की गई थी। हालांकि 1997 में सेना से हटाए गए इस युद्धपोत को जनवरी 2014 में ऑनलाइन नीलाम कर दिया गया था। आरोप है कि नीलामी के बाद लोगों से ली गई राशि महाराष्ट्र के राज्यपाल के सचिव कार्यालय में जमा कराने की बजाय इसका दुरुपयोग किया गया। इस मुद्दे पर शिकायतकर्ता के साथ शिवसेना नेताओं ने बुधवार को पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की थी। जिसके बाद शिकायत के आधार पर सोमैया और उनके बेटे नील के खिलाफ आईपीसी की धारा 406, 420, 34 के तहत विश्वासघात और धोखाधड़ी के आरोप में एफआईआर दर्ज कर ली। 

किसी भी जांच के लिए तैयार 

वहीं सोमैया ने आरोपों को गलत बताते हुए दावा किया है कि ‘सेव आईएनएस विक्रांत’ मुहिम के तहत इकठ्ठा किए गए पैसों का दुरुपयोग नहीं किया गया है। सोमैया ने कहा कि इस मामले में वे किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हैं।  

जरंडेश्वर कारखाने की जमीन किसानों को देने की मांग

भाजपा नेता किरीट सोमैया ने जरंडेश्वर चीनी मिल की 214 एकड़ जमीन किसानों को सौंपने की मांग की है। उन्होंने गुरूवार को इस मामले में किसानों के साथ ईडी अधिकारियों से मुलाकात की। इस मामले में राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार जांच के घेरे में है। आरोप है कि इस चीनी मिल की संपत्ति की नीलामी सिर्फ 40 करोड़ रुपए में कर दी गई। अजित पवार और उनके करीबियों ने इसमें मोटा मुनाफा कमाया। 

 

Created On :   7 April 2022 8:45 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story