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डाक विभाग की फाइव स्टार विलेज योजना महाराष्ट्र के 10 जिले में होगी शुरु
डिजिटल डेस्क, , नई दिल्ली। गांवों में डाक विभाग की बचत योजनाओं का अधिकाधिक लाभ पहुंचाने और इसके माध्यम से वहां के लोगों की आर्थिक सुरक्षितता सुनिश्चित कराने के उद्देश से डाक विभाग ने पांच सितारा गांव (फाइव स्टार विलेज) नामक योजना आरंभ की है। इस योजना को सबसे पहले महाराष्ट्र में लागू किया जा रहा है। इसके कार्यान्वनय के लिए शुरु में प्रदेश के 10 जिलों का चयन किया गया है और प्रत्येक जिले के पांच गांवों को इसके क्रियान्वयन के लिए चुना गया है। पांच सितारा गांव योजना प्रदेश के जिन 10 जिलों/संभाग में लागू की जा रही है, उनमें नागपुर संभाग के दो जिले अकोला और वाशिम, पुणे संभाग में सोलापुर और पंढरपुर, औरंगाबाद संभाग में परभणी और हिंगोली, नवी मुंबई संभाग में पालघर और मालेगाव तथा महाराष्ट्र सर्किल में ही आने वाले गोवा संभाग में कोल्हापुर और सांगली शामिल है। इन प्रत्येक जिले के पांच गांव इस हिसाब से 50 गांवों को इसके तहत कवर किया जाएगा। केन्द्रीय शिक्षा एवं सूचना तकनीकी राज्यमंत्री संजय धोत्रे ने इस योजना का गुरुवार को यहां शुभारंभ करते हुए बताया कि इस योजना के सफल क्रियान्वनय के बाद इसे पूरे महाराष्ट्र के साथ साथ पूरे देश में चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा।
ऐसा मिलेगा गांव को मिलेगा फाइव स्टार दर्जा
डाक विभाग की ओर से कई बचत योजनाएं जैसे बचत खाता योजना, आवधि जमा योजना, राष्ट्रीय बचत पत्र, किसान बचत पत्र, सुकन्या समृद्धि खाता, पीपीएफ खाता, आईपीपीबी, पीएलआई, आरपीएलआई, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना/प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना आदि कार्यान्वित की जा रही है। इन योजनाओं में गाव के लोगों को ज्यादा संख्या में शामिल करने के उद्देश से डाक विभाग ने गांवों को फाईव स्टार दर्जा देने की योजना बनाई है। इसके तहत अगर ग्रामीण क्षेत्र का कोई गांव इन योजनाओं में से कम से कम पांच योजनाओं को सौ प्रतिशत पूरा कर लेता है तो उसे पांच स्टार का दर्जा, चार योजनाओं को पूरा करने पर चार स्टार का दर्जा और तीन योजनाओं को लागू करने में तीन स्टार का दर्जा दिया जाएगा।
पांच लोगों की बनेगी टीम
ग्रामीण इलाकों में डाक विभाग की शाखाएं भी है, लेकिन लोगों को अब भी डाक विभाग की योजनाओं की जानकारी नहीं है। विभाग की इन योजनाओं की जानकारी देने के लिए डाक विभाग के पांच कर्मियों की टीम बनाई जायेगी। एक टीम को एक गांव की जिम्मेदारी दी जायेगी, जो लोगों को योजनाओं की जानकारी और उसके लाभ के बारे में बतायेंगे तथा इन योजनाओं में शामिल करने का प्रयास करेंगे। इस टीम में पांच ग्रामीण डाक सेवक शामिल रहेंगे, जो अपने वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख में इस योजना को पूरा करने का काम करेंगे
Created On :   10 Sept 2020 9:35 PM IST