पहली बार पूरे प्रदेश में रातभर कॉम्बिंग गश्त, ताकि अपराधियों में खौफ रहे

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
एक साथ-एक वक्त 17 हजार पुलिसकर्मी सड़कों पर, 6 घंटे में 9570 बदमाश पकड़े पहली बार पूरे प्रदेश में रातभर कॉम्बिंग गश्त, ताकि अपराधियों में खौफ रहे
हाईलाइट
  • भोपाल में सबसे ज्यादा 1024 गुंडे-बदमाशों को गिरफ्तार किया गया

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात पहली बार प्रदेश के सभी जिलों के 17 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी एक साथ, एक ही समय पर कॉम्बिंग गश्त पर थे। ये गश्त 11 बजे से सुबह 5 बजे तक चली। इस दौरान प्रदेश भर में  पुलिस ने 9570 गुंडे-बदमाशों की धरपकड़ की। 1006 जिला बदर चैक किए गए। भोपाल के 1000 पुलिसकर्मियों ने छह घंटे की सर्चिंग में प्रदेश में सबसे ज्यादा 1024 गुंडे-बदमाशों को गिरफ्तार किया है। गश्त पर नजर रखने के लिए डीजीपी सुधीर सक्सेना खुद भी रातभर भोपाल के हनुमानगंज थाने में मौजूद रहे। इस दौरान भोपाल पुलिस कमिश्नर मकरंद देऊस्कर और एडिशनल पुलिस कमिश्नर सचिन अतुलकर उनके साथ थे। 

 गश्त का मकसद लोगों में सुरक्षा और शांति का भाव कायम करना और बदमाशों में पुलिस का खौफ पैदा करना था।  गश्त में प्रदेश के सभी जोनल एडीजी-आईजी, डीआईजी, एसपी, एसडीओपी, थाना प्रभारी तथा भोपाल एवं इंदौर पुलिस कमिश्नरेट के सभी अधिकारी-कर्मचारी शामिल रहे। भोपाल कमिश्नरेट की एक साल में यह 5वीं कॉम्बिंग गश्त थी। इन पांच गश्त में भोपाल पुलिस 3120 स्थायी और गिरफ्तारी वारंट तामील कर चुकी है।

रात 2 बजे डीजीपी, पुलिस कमिश्नर हनुमानगंज थाने पहुंचे 

डीजीपी सक्सेना खुद रात दो बजे पुलिस कमिश्नर मकरंद देऊस्कर के साथ भोपाल के हनुमानगंज थाने पहुंचे और कॉम्बिंग गश्त का जायजा लिया। उन्होंने रात तीन बजे सभी जोनल आईजी से बात कर उनके जिलों में कॉम्बिंग गश्त की जानकारी ली। इससे पहले सभी जिला मुख्यालयों पर गश्त के लिए ब्रीफिंग की गई थी। गश्त में प्रदेश भर के 450 राजपत्रित पुलिस अधिकारी भी शामिल हुए।                                                                                                                                                                                                                              आरोपियों के मेडिकल जांच की थी तैयारी

गिरफ्तार आरोपियों की संख्या ज्यादा होने के अंदाजे से भोपाल पुलिस ने उनके मेडिकल परीक्षण की तैयारी पहले ही कर ली थी। इसके लिए उन्होंने स्पेशल डॉक्टर्स की टीम तैयार की थी। अदालत में अतिरिक्त मजिस्ट्रेट द्वारा कोर्ट रखी गईं, साथ ही जेल मे भी अतिरिक्त व्यवस्था के निर्देश दिए गए थे।

6 घंटे में 9500 आरोपियों की धरपकड़

प्रदेशभर में जिन गुंडों-बदशानों की धरपकड़ की गई, उनमें  6000 गिरफ्तारी वारंट, 2600 स्थायी वारंट तामील हुए और 100 फरार अपराधियों, 200 इनामी बदमाशों व 1000 से अधिक अन्य अपराधी शामिल हैं। इनके अलावा 1000 से ज्यादा जिलाबदर की भी चैकिंग की गई।

Created On :   12 Dec 2022 1:59 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story