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दैनिक भास्कर हिंदी: ब्लड डोनेट करने के चार घंटे बाद युवक की मौत,अस्पताल की गंभीर लापरवाही

डिजिटल डेस्क जबलपुर। जिला अस्पताल विक्टोरिया में दोस्त के बीमार बच्चे को खून देने गए युवक की चार घंटे बाद हार्ट अटैक से मौत हो गई। हैरत की बात है कि इस दौरान वह युवक अस्पताल में ही रहा और लगातार घबराहट होने की बात करता रहा। युवक की इस तकलीफ को वहां कैजुअल्टी में मौजूद डॉक्टर समझ नहीं सके जिसके कारण उसकी हालत और बिगड़ती गई। जानकारों का कहना है कि जब युवक को हार्ट की परेशानी होने का अंदेशा था तो उसे कैजुअल्टी से पैदल वार्ड तक भेजने के बजाए आईसीयू में भर्ती क्यों नहीं किया गया? इस तरह की कुछ घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं जब दिल के मरीज को पैदल भेजने के कारण उसकी मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार नई बस्ती सुभाष नगर रांझी निवासी रवि महोबिया का एक वर्षीय बेटा बीमार होने के कारण विक्टोरिया अस्पताल के बच्चा वार्ड में भर्ती था। डॉक्टर ने उसे खून की कमी बताई तथा एक यूनिट ब्लड का इंतजाम करने कहा। अस्पताल के ब्लड बैंक में उसे डोनर लाने कहा गया। जानकारी के अनुसार रवि के पड़ोस में रहने वाला उसका मित्र केशव कुशवाहा उम्र 28 वर्ष रक्तदान के लिए राजी हुआ।
बिगड़ती गई हालत
बताया गया कि रात 9 बजे केशव ने रक्तदान किया, इसके बाद वह अस्पताल में ही मौजूद रहा। करीब एक घंटे बाद उसने घबराहट होने की बात कही तो उसका भाई अर्जुन उसे लेकर कैजुअल्टी में आए। कैजुअल्टी में ड्यूटी डॉक्टर ने उसकी जांच कर उसे कुछ टेबलेट लिखे साथ ही कोई गंभीर बात नहीं होने की जानकारी दी। दवा खाने के बाद केशव को कुछ आराम लगा, लेकिन करीब 12.30 बजे उसे तेज घबराहट हुई, एक बार फिर उसे कैजुअल्टी में ले जाया गया जहां मौजूद डॉक्टर ने उसे वार्ड में भर्ती होने भेज दिया। बताया गया कि कैजुअल्टी से पैदल वार्ड बिल्डिंग जाकर केशव लिफ्ट से ऊपर पहुंचा और उससे निकलते ही गिर गया। परिजनों ने डॉक्टर को बुलाया जिसने उन्हें मृत बताया।
सडन कार्डिक अरेस्ट
रात में कैजुअल्टी के डॉक्टर पंकज ग्रोवर का कहना था कि केशव का ब्लड प्रेशर नार्मल था, वह सामान्य तरीके से बातचीत कर रहा था। वह भर्ती नहीं होना चाहता था, लेकिन मैंने उसे इसके लिए फोर्स किया। बाद में वह राजी हुआ कि एक-दो बोतल ग्लूकोज चढ़वा कर चला जाएगा। अगर उसमें कोई भी हार्ट संबंधी लक्षण दिखते तो मैं उसे आईसीयू में भर्ती करता। उसे सडन कार्डिक अटैक आया जिसके कोई लक्षण नहीं दिखते, बाद में उसे बचाने की कोशिश की गई, लेकिन वापस नहीं ला सके। ब्लड डोनेट से इसका कोई संबंध नहीं है, बच्चे के लिए उससे 150 मिली रक्त ही लिया गया था।
इनका कहना है
ब्लड डोनेट के कारण युवक की मौत नहीं हुई, करीब चार घंटे बाद उसे हार्ट अटैक आया था। उसे बचाने की कोशिश की गई थी, लेकिन हम सफल नहीं हो सके।
-डॉ. एके सिन्हा, सिविल सर्जन
रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय: वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का पहला मैच रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने 4 रनों से जीत लिया
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के स्पोर्ट ऑफिसर श्री सतीश अहिरवार ने बताया कि राजस्थान के सीकर में वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट का आज पहला मैच आरएनटीयू ने 4 रनों से जीत लिया। आज आरएनटीयू विरुद्ध जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर के मध्य मुकाबला हुआ। आरएनटीयू ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। आरएनटीयू के बल्लेबाज अनुज ने 24 बॉल पर 20 रन, सागर ने 12 गेंद पर 17 रन और नवीन ने 17 गेंद पर 23 रन की मदद से 17 ओवर में 95 रन का लक्ष्य रखा। लक्ष्य का पीछा करने उतरी जीवाजी यूनिवर्सिटी की टीम निर्धारित 20 ओवर में 91 रन ही बना सकी। आरएनटीयू के गेंदबाज दीपक चौहान ने 4 ओवर में 14 रन देकर 3 विकेट, संजय मानिक ने 4 ओवर में 15 रन देकर 2 विकेट और विशाल ने 3 ओवर में 27 रन देकर 2 विकेट झटके। मैन ऑफ द मैच आरएनटीयू के दीपक चौहान को दिया गया। आरएनटीयू के टीम के कोच नितिन धवन और मैनेजर राहुल शिंदे की अगुवाई में टीम अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही है।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ब्रह्म प्रकाश पेठिया, कुलसचिव डॉ. विजय सिंह ने खिलाड़ियों को जीत की बधाई और अगले मैच की शुभकामनाएं दीं।
आईसेक्ट ग्रुप भोपाल: आईसेक्ट द्वारा ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट विषय पर विशेष ट्रेनिंग सेशन आयोजित
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट के एचआर एवं लर्निंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट द्वारा एम्पलॉइज के लिए ग्लोबल पर्सनल डेवलपमेंट पर एक विशेष ट्रेनिंग सेशन का आयोजन किया गया। इसमें यूनाइटेड किंगडम के कॉर्पोरेट इंटरनेशनल ट्रेनर जुबेर अली द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपने अनुभवों, डेमोंस्ट्रेशन, वीडियो, स्लाइड शो के माध्यम से नई स्किल्स को प्राप्त करने और अपनी पर्सनेलिटी को बेहतर बनाने के तरीके बताए। साथ ही उन्होंने पर्सनेलिटी डेवलपमेंट और अपस्किलिंग के महत्व पर बात की और बताया कि करियर ग्रोथ के लिए यह कितना आवश्यक है। इस दौरान उन्होंने सफलता के लिए नौ सक्सेस मंत्र भी दिए। इस दौरान कार्यक्रम में एचआर कंसल्टेंट डी.सी मसूरकर और अल नूर ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
इस पहल पर बात करते हुए आईसेक्ट के निदेशक सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि आईसेक्ट कौशल विकास के महत्व को समझता है इसी कारण अपने एम्पलॉइज की अपस्किलिंग के लिए लगातार विभिन्न प्रशिक्षण सेशन का आयोजन करता है। इसी कड़ी में ग्लोबल पर्सनेल डेवलपमेंट पर यह ट्रेनिंग सेशन भी एक कदम है।
स्कोप कैम्पस: खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली भीमबेटका, ओबेदुल्लागंज, मंडीदीप, भोजपुर होते हुए पहुंची रबीन्द्रनाथ नाथ टैगोर विश्वविद्यालय और स्कोप कैम्पस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय और खेल एवं युवा कल्याण विभाग रायसेन के संयुक्त तत्वावधान में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 की मशाल रैली आयोजित की गई। यह यात्रा होशंगाबाद से पर्वतारोही भगवान सिंह भीमबेटका लेकर पहुंचे। फिर भीमबेटका से रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय ने मशाल लेकर ओबेदुल्लागंज की ओर प्रस्थान किया। ओबेदुल्लागंज में रैली का स्वागत किया गया। साथ ही ओबेदुल्लागंज में मशाल यात्रा को विभिन्न स्थानों पर घुमाया गया। तत्पश्चात यात्रा ने मंडीदीप की ओर प्रस्थान किया। मंडीदीप में यात्रा का स्वागत माननीय श्री सुरेंद्र पटवा जी, भोजपुर विधायक ने किया। अपने वक्तव्य में उन्होंने खेलों को बढ़ावा देने के लिए मप्र सरकार द्वारा की जा रही पहलों की जानकारी दी और युवाओं को खेलों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 में खिलाड़ियों को जीत के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खेलों इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को रेखांकित किया।
साथ ही कार्यक्रम में रायसेन के डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर श्री जलज चतुर्वेदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला और खेलों इंडिया यूथ गेम्स के खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। यहां से धावकों ने मशाल को संभाला और दौड़ते हुए भोजपुर मंदिर तक पहुंचे। मंदिर से फिर यात्रा रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय तक पहुंचती और यहां यात्रा का डीन एकेडमिक डॉ. संजीव गुप्ता द्वारा और उपकुलसचिव श्री समीर चौधरी, उपकुलसचिव अनिल तिवारी, उपकुलसचिव ऋत्विक चौबे और स्पोर्ट्स ऑफिसर सतीश अहिरवार द्वारा भव्य स्वागत किया जाता है। मशाल का विश्वविद्यालय में भी भ्रमण कराया गया। यहां से यात्रा स्कोप कैम्पस की ओर प्रस्थान करती है। स्कोप कैम्पस में स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. डी.एस. राघव और सेक्ट कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सत्येंद्र खरे ने स्वागत किया और संबोधित किया। यहां से मशाल को खेल एवं युवा कल्याण विभाग के उपसंचालक जोश चाको को सौंपा गया।
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