नेपाल में बैठे हैं गिरोह के सरगना, पकड़ने के लिए इंटरपोल की मदद लेगी मुंबई पुलिस

Gang leader sitting in Nepal, Mumbai Police will take help of Interpol to catch
नेपाल में बैठे हैं गिरोह के सरगना, पकड़ने के लिए इंटरपोल की मदद लेगी मुंबई पुलिस
लोन ऐप आत्महत्या मामला नेपाल में बैठे हैं गिरोह के सरगना, पकड़ने के लिए इंटरपोल की मदद लेगी मुंबई पुलिस

डिजिटल डेस्क, मुंबई। लोन ऐप आत्महत्या मामले की छानबीन में खुलासा हुआ है कि इसके मास्टर माइंड पड़ोसी देश नेपाल में बैठकर जबरन वसूली का कारोबार चला रहे हैं। मामले में कुछ दिनों पहले राजस्थान से पकड़े गए राजू खडाव नाम के आरोपी को भी नेपाल में बैठकर ही उसके आकाओं ने वसूली के लिए लोगों को किस तरह परेशान करना है इसकी ट्रेनिंग दी थी। मामले से जुड़े सरगनाओं तक पहुंचने के लिए जल्द ही मुंबई पुलिस केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के जरिए इंटरपोल की मदद लेगी। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। खडाव के बैंक खाते में 14 लाख रुपए होने की जानकारी पुलिस को मिली है। उसका परिवार ज्यादा समृद्ध नहीं है इसलिए आशंका है कि उसके खाते में जो पैसे हैं वह कर्ज लेने वाले लोगों को परेशान कर वसूले गए हैं। हालांकि खडाव पूछताछ के दौरान अपने और आकाओं के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दे रहा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक उसे कानूनी मामलों की भी पूरी जानकारी है। वह तकनीकी रुप से भी माहिर नजर आता है क्योंकि वह अपनी पहचान छिपाने के लिए वीपीएन की इस्तेमाल कर रहा था। उसके सिमकार्ड और मोबाइल की छानबीन से पता चला है कि वह हैलोकैश लोन ऐप से कर्ज लेने वालों को वसूली के लिए परेशान करता था और रोजाना 100 से ज्यादा फोन करता था। लोगों से पैसे वसूल करने के बदले उसे मोटी रकम मिलती थी। बता दें कि मुंबई के मालाड इलाके में रहने वाले संदीप कोरेगांवकर ने पिछले महीने आत्महत्या कर ली थी। दरअसल ऐप के जरिए लिया गया 5 हजार रुपए का कर्ज वापस न चुकाने का दावा करते हुए कोरेगांवकर की फर्जी तरीके से बनाई गई अश्लील तस्वीरें उनके जान पहचान के लोगों और रिश्तेदारों को भेज दी गईं थीं। आरोपी लगातार फोन कर कोरेगांवकर को परेशान कर रहा था। इसके चलते उन्होंने आत्महत्या कर ली थी। कोरेगांवकर की शिकायत के आधार पर कुरार पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू की है। आईपी एड्रेस के जरिए पुलिस ने राजस्थान से खडाव को गिरफ्तार किया। लेकिन नेपाल में बैठे उसके आका अब भी पुलिस की पहुंच से बाहर हैं। मुंबई में लगातार ऐप के जरिए लोन लेने वालों को परेशान करने के मामले बढ़ रहे हैं। मुंबई में पुलिस 30 से ज्यादा ऐसे मामलों में एफआईआर दर्ज कर चुकी है। मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय पांडे ने भी लोगों से अपील की है कि वे इस तरह ऐप के जरिए मिलने वाले आसान लोन से बचें और वसूली के लिए परेशान किए जाने पर मामले की शिकायत पुलिस से करें।
 

Created On :   3 Jun 2022 9:00 PM IST

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