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नेत्रदान करने का रिकार्ड बनाएंगे गौ सेवक, 500 का लक्ष्य
डिजिटल डेस्क मंडला। गौसेवा और रक्तदान संगठन पीडि़त मानवता की सेवा के लिए मिसाल बनता जा रहा है। अभी तक रक्तदान कर हजारों की जिंदगी बचाने वाले संगठन ने नया संकल्प लिया है। अब संगठन के कार्यकर्ता नेत्रदान कर अंधेरे जीवन में रोशनी लाने का प्रयास करेगे। इसके लिए संगठन तैयारी कर रहा है। नेत्रदान के लिए युवाओं को प्रेरित किया जा रहा है। 15 दिसम्बर को एक साथ 500 नेत्रदाता नेत्रदान का संकल्प पत्र भरेगे का टारगेट रखा गया है। फिलहाल एक सैकड़ा से अधिक युवाओं ने नेत्रदान के लिए संकल्प पत्र भरने की हामी भर दी है। गौसेवक मृत्यु उपरांत नेत्रदान करेगें।
जानकारी के मुताबिक पिछले दो साल से गौसेवा और रक्तदान संगठन पीडि़तो की मदद के लिए आगे आ रहा है। हर रोज 5 से 7 लोगोंं को रक्तदान कर जान बचा रहे है। इस संगठन ने एक और नया संकल्प लिया है। संगठन ने नेत्रदान के लिए मुहिम चलाने के लिए कार्ययोजना बनाई है। जिसमें 15 दिसम्बर को संगठन के कार्यकर्ता सामूहिक रूप से नेत्रदान करेगें। यहां जिला अस्पताल में एक साल संकल्प पत्र भरे जाएगे। इस नेत्रदान अभियान में संगठन के युवा लोगों को भी जोड़ेगे जिससे अधिक से अधिक लोग नेत्रदान करे। नेत्रदान के लिए संगठन तैयारी कर रहा है। इसके लिए बैठक का आयोजन कर विमर्श किया जा चुका है। एक सैंकड़ा से अधिक युवा ने संकल्प पत्र भरने के लिए सहमति दी है। संगठन का टागरेट 500 लोगों द्वारा नेत्रदान का टारगेट रखा गया है। मुत्यु उपरांत नेत्रदान किया जाएगा।
प्रेरित कर दूर करेगें भ्रांतियां
नेत्रदान को लेकर तरह-तरह की भ्रांतियां है। लोग मानते है कि नेत्रदान करने के बाद अगले जन्म मेें अंधत्व हो सकता है। इस भ्रांतियों को दूर करने संगठन बतायेगा कि नेत्र दान में सिर्फ कॉर्निया का प्रत्यारोपण होता है। नेत्रदान करने से अंधेेरी जिंदगी मुस्कारा उठेगी, उसे रोशनी मिल जाएगी, किसी की जिंदगी रोशन करने वाले को कोई नुकसान नहीं होगा। नेत्रदान करने से अगले जन्म में सुंदर आंखे मिलेगी। लोगों को बताएगें की सबसें अधिक नेत्रदान श्रीलंका में लोग करते है। भारत भी श्रीलंका के नेत्रदान से लोगों का अंधेरा दूर होता है।
पिंडरई का नेत्रदान लिम्काबुक में दर्ज कराने भेजा
जिले में पिंडरई में 8 सितम्बर 2017 को नेत्रदान इतिहास रचा गया है। मुनिश्री प्रज्ञासागर के जन्म दिन पर पूरे देश में जैन समाज ने प्रज्ञा परोपकार दिवस मनाया है। जिनमें समाज ने नेत्रदान, रक्तदान के आयोजन किए। कार्यक्रम के संयेाजक अतुल सेठी ने बताया है पिंडरई में यहां सकल दिगम्बर जैन समाज के द्वारा 110 लोगों ने नेत्रदान का संकल्प लिया और रजिस्ट्रेशन कराया है। लिम्का बुक ने रिकार्ड दर्ज कराने के लिए नेत्रदान भेजा गया है। यहां 8 सितम्बर को प्रज्ञा परोपकार दिवस में नेत्रदान देश मे सबसे अधिक पिंडरई में हुआ है।
ढ़ाई हजार जीवन बचा चुका संगठन
पीडि़त मानवता और गौसेवा का संकल्प लेकर युवाओं ने 6 फरवरी 2015 को गौसेवा एवं रक्तदान संगठन की नींव रखी। लगभग दो साल में 2500 लोगों को रक्तदान कर जिंदगी बचा चुके है। सड़क और नाले में पड़ी 60 गायों का उपचार, 45 गायों को अंतिम संस्कार किया है। जिले के ब्लड बैंक में रक्त की कमी से सैंकड़ो जान जा सकती थी, लेकिन संगठन मौक पर पहुंचकर जिला अस्पताल समेत शहर के अस्पतालों में रक्त की कमी हो पूरा कर रहा है।
गुजरात के नाम है वल्र्ड रिकार्ड
एक घंटे में सबसे ज्यादा आंख दान पंजीकरण के विश्व रिकार्ड श्री लक्ष्मीनारायण देव युवक मंडल वाड़ताल(श्री स्वामीनारायण संप्रदाय के युवा विंग श्री लक्ष्मीनारायण देव गद्दी) ने अंतर्राष्ट्रीय श्री स्वामीमारायण महामंत्र महोत्सव जूनागढ़ में 29 दिसंबर 2013 को 21 9 00 लोगों ने किया था।
इनका कहना है
गौसेवा और रक्तदान संगठन ने 15 दिसम्बर को नेत्रदान करने के लेकर चर्चा की है, 500 लोगों द्वारा नेत्रदान का टारगेट बताया गया है।
डॉ. तरूण अहरवाल नेत्र विशेषज्ञ,जिला अस्पतला मंडला
Created On :   30 Nov 2017 6:49 PM IST