बना किसानों के लिए परेशानी का सबब, खेतों में पानी घुसने से फसलों का नुकसान

Gosikhurd dam became a problem for the farmers, damage to crops due to water entering the fields
बना किसानों के लिए परेशानी का सबब, खेतों में पानी घुसने से फसलों का नुकसान
गोसीखुर्द बांध बना किसानों के लिए परेशानी का सबब, खेतों में पानी घुसने से फसलों का नुकसान

डिजिटल डेस्क, मौदा। भंडारा जिला अंतर्गत आने वाला गोसीखुर्द बांध किसानों के लिए वरदान है, लेकिन इस बांध का बैक वॉटर मौदा तहसील के कोटगांव के किसानों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। बांध में बढ़ते जल स्तर के कारण बांध का बैक वाटर नदियों और नालों के माध्यम से खेतों में घुस गया है। जिससे किसानों के खेत जलमग्न हो जाने से फसलों को नुकसान हो रहा है। बैक वाटर की समस्या ने कोटगांव के किसानों की चिंता बढ़ा दी है। इस बांध का पानी हर साल खेत में जमा हो जाने से खेती-बाड़ी कैसे करे? यह सवाल उभरने लगा है। किसानों ने जलसंपदा विभाग कोे कई बार अवगत कराने के बाद भी समस्या जस की तस बनी हुई है। हर साल हो रहे नुकसान का एक तो सरकार द्वारा जल्द ही मुआवजा नहीं मिलता। बची हुई खेती का अधिग्रहण जलसंपदा विभाग करता नहीं,  गोसीखुर्द बांध का जलस्तर हर वर्ष बढ़ने से कोटगांव व अन्य गांवों के खेतों में फसलों को नुकसान पहुंचता है।  कोटगांव व क्षेत्र के किसानों ने जलसंपदा विभाग, गोसीखुर्द प्रकल्प अधिकारी नागपुर और मौदा तहसीलदार को निवेदन देकर इन फसलों के तत्काल निरीक्षण व सर्वे कर मुआवजा देने की मांग विजय लांजेवार, विजय मारबते ,  नीलकंठ चौहान, संजय रंगारी, जयराम रंगारी, अन्ना रंगारी, राजू चौहान, किसन लांजेवार, बाला रंगारी, बिसन लांजेवार आदि किसानों ने की हंै। 

Created On :   5 Dec 2021 5:41 PM IST

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