विदेशी पूंजीपतियों का कृषिक्षेत्र में प्रवेश कराना चाहती है सरकार - दिग्विजय सिंह ने उठाए नई संसद पर सवाल

Government wants foreign capitalists to enter the agricultural sector - Digvijay Singh raised
विदेशी पूंजीपतियों का कृषिक्षेत्र में प्रवेश कराना चाहती है सरकार - दिग्विजय सिंह ने उठाए नई संसद पर सवाल
विदेशी पूंजीपतियों का कृषिक्षेत्र में प्रवेश कराना चाहती है सरकार - दिग्विजय सिंह ने उठाए नई संसद पर सवाल

डिजिटल डेस्क  सिवनी । प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, राज्यसभा सदस्य दिग्विजयसिंह ने नई संसद के निर्माण और कृषि बिलों को लेकर सवाल खड़े किए हैं। शुक्रवार को जिला मुख्यालय और छपारा क्षेत्र में निजी कार्यक्रमों के सिलसिले में आए दिग्विजय सिंह ने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ मीडिया से भी मुलाकात की।
कहां आय दोगुनी करनी थी कहां बढ़ा दी परेशानी
सिवनी और छपारा में दिग्विजय सिंह ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए किसानों के मुद्दे पर कहा कि किसानों की धान मक्का खरीदी न्यूनतम दर किसान को नहीं मिल रही है। किसान आंदोलित हैं और मोदी कहते हैं कि मुझ पर विश्वास करो। उन्होंने नए संसद भवन के निर्माण को भी फिजूलखर्ची करार दिया। दिग्गी राजा का कहना था कि कहां सरकार किसानों की आय दोगुनी किए जाने की बात कह सत्ता में आई थी और कहां आज किसान सड़क पर आ गए हैं।  उन्होंने कहा कि एमएसपी  खत्म कर दी गई है। किसान बिल के माध्यम से ईस्टइंडिय़ा कंपनी को वापस लाने का काम सरकार कर रही है। खाद्य सुरक्षा गारंटी को सरकार खत्म करना चाहती है जिससे जमाखोरो को बढ़ावा मिलेंगा। सरकार सार्वजनिक वितरण प्रणाली को खत्म करना चाहती है। अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र के बडे बडे उद्योगपतियों को भारत के 12 लाख से 15 लाख करोड़ के  कृषि मार्केट में प्रवेश कराना चाहती है।
अचानक पहुंचे शादी में...
सिवनी में कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर दिग्विजय सिंह ने इस नए भवन की सराहना की। उनका स्वागत कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजकुमार खुराना ने किया। सिवनी के बाद वे छपारा में बर्रा पहुंचे जहां वे रजनीश सिंह के घर गए। रजनीश सिंह के घर के पास एक विवाह समारोह हो रहा था। वरवधु और परिजन उस वक्त हैरान हो गए जब बर्रा से निकलते वक्त दिग्विजयसिंह अचानक इस विवाह समारोह में पहुंच गए और वरवधु को आर्शिवाद दिया।
दिग्विजय सिंह ने देखी कॉलर वाली बाघिन
अपने निजी दौरे पर आए कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह पेंच टाइगर रिजर्व पहुंचे। पार्क भ्रमण के दौरान बायसन तिराहा के पास कॉलर वाली बाघिन नजर आई। इसके अलावा अन्य वन्यजीवों को देखा। उन्होंने पार्क डायरी में लिखा कि अब पेंच टाइगर रिजर्व के कारण मप्र की पहचान बढ़ी है। बाघों की संख्या में इजाफा भी हुआ है।

Created On :   12 Dec 2020 5:58 PM IST

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