स्नातक निर्वाचन सीट : उम्मीदवारों के भविष्य का हुआ फैसला, 3 दिसंबर को मतगणना

Graduate Election Seats election done, Counting will be held on December 3
स्नातक निर्वाचन सीट : उम्मीदवारों के भविष्य का हुआ फैसला, 3 दिसंबर को मतगणना
स्नातक निर्वाचन सीट : उम्मीदवारों के भविष्य का हुआ फैसला, 3 दिसंबर को मतगणना

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महाराष्ट्र विधान परिषद की छह सीटों पर हुए चुनाव में औसतन लगभग 69.08 प्रतिशत मतदान हुआ है। मंगलवार को विधान परिषद की छह सीटों के चुनाव के लिए वोट डाले गए। इसमें एक सीट पर हुए उपचुनाव का भी समावेश है। राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी कार्यालय की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक  छह सीटों पर 69.08 प्रतिशत मतदान हुआ है। पुणे विभाग स्नातक निर्वाचन क्षेत्र सीट पर सबसे कम 50.30 प्रतिशत मतदान हुआ है। नागपुर विभाग  स्नातक निर्वाचन क्षेत्र सीट पर 54.76 प्रतिशत मतदान हुआ। जबकि औरंगाबाद विभाग स्नातक निर्वाचन क्षेत्र सीट पर 61.08 प्रतिशत वोटिंग हुई है। वहीं विधान परिषद की अमरावती विभाग शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र सीट पर 82.91 प्रतिशत वोटिंग हुई है। पुणे विभाग शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र सीट पर 70.44 प्रतिशत मतदान हुआ है। इधर, विधान परिषद की धुलिया-नंदूरबार स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन सीट पर हुए उपचुनाव में 99.31 प्रतिशत मतदान हुआ है। विधान परिषद के छह सीटों पर होने वाले चुनाव के नतीजें 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। इस चुनाव में सत्ताधारी महाविकास आघाड़ी और विपक्षी भाजपा की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है।
 

विदर्भ  स्नातक निर्वाचन क्षेत्र सीट के चुनाव

विधानपरिषद की नागपुर स्नातक निर्वाचन सीट के लिए मंगलवार को मतदान हुआ। मतदान शांतिपूर्ण रहा। भाजपा गठबंधन के संदीप जोशी व कांग्रेस गठबंधन के अभिजीत वंजारी सहित 19 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। 55 प्रतिशत के करीब मतदान हुआ है। 3 दिसंबर को मतगणना होगी।

नागपुर विभाग स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव मंगलवार को हुए। इसमें कामठी तहसील में 69.16 प्रतिशत मतदान, नरखेड़ तहसील में 74.18 प्रतिशत, कलमेश्वर तहसील में 80 प्रतिशत, मौदा तहसील में 79.22 प्रतिशत, काटोल तहसील में 74.03  मतदान, रामटेक तहसील में 64 प्रतिशत, उमरेड में 76.73 प्रतिशत, पारशिवनी तहसील मेें 76.78 प्रतिशत मतदान हुए।

बारातियों के साथ दूल्हा भी मतदान केंद्र पर पहुंचा

मंगलवार की सुबह 9 बजे कोंढाली निवासी चेतन सिंह व्यास बारातियों के साथ काटोल नगर परिषद स्कूल क्रमांक दो में पहुंचकर स्वयं तथा उनके बड़े भाई, भाभी तथा तीनों छोटे भाइयों के साथ अन्य बाराती जो मतदाता थे। उन्होंने मतदान किया। वे कोंढाली से काटोल पहुंचे और मतदान कर बारातियों के साथ विवाह स्थल के लिए रवाना हुए।

उम्मीदवारों की जीत हार को लेकर अब भी कयासों का दौर चल रहा है। गौरतलब है कि नागपुर स्नातक निर्वाचन सीट के अंतर्गत 6 जिलों के स्नातक मतदाता मतदान करते हैं। इनमें नागपुर, वर्धा,चंद्रपुर, गडचिरोली, गोंदिया व भंडारा जिला शामिल है। इस सीट को परंपरागत तौर पर भाजपा के कब्जे की सीट माना जाता है। जनसंघ के अध्यक्ष रहे पंडित बच्छराज व्यास से लेकर भाजपा के अध्यक्ष रहे नितीन गडकरी ने इस सीट से चुनाव जीतकर विधानपरिषद में प्रतिनिधित्व किया है। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पिता गंगाधरराव फडणवीस भी इस सीट से चुनाव जीते थे। अब तक के चुनावों में कांग्रेस यहां सीधे तौर पर मैदान में नहीं रही है। इससे पहले कांग्रेस शिक्षक प्रतिनिधि व उम्मीदवारों को समर्थन देती रही है। पहली बार कांग्रेस चुनाव मैदान में है। 2013 के चुनाव में बसपा ने इस सीट के चुनाव में प्रभाव दिखाया था। लेकिन इस बार बसपा ने उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारा है। विदर्भवादी संगठनों की आेर से नितीन रोंघे भी उम्मीवार है। राज्य में महाविकास आघाड़ी सरकार के गठन के बाद यह पहला चुनाव है जिसमें सभी प्रमुख दल अपनी ताकत दिखाने का प्रयास कर रहे हैं। भाजपा उम्मीदवार के समर्थन में केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी, पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ताकत लगायी। कांग्रेस उम्मीदवार के समर्थन में कांग्रेस, राकांपा व शिवसेना के नेता प्रचार करते रहे। इस बार मतदाताओं की संख्या कम है। 2013 के चुनाव की तुलना में इस बार 81,769 मतदाता कम थे। नागपुर जिले में मतदाताओं की संख्या 50 प्रतिशत के करीब रही। विभाग में 322 मतदान केंद्रों पर मतदान किए गए। सुबह 8 से शाम 5 बजे तक मतदान का समय तय था। दोपहर 4 बजे तक 53.6 प्रतिशत मतदान हुआ। गडचिरोली जिले में अन्य जिलों की तुलना में मतदान कम हुआ। 5 बजे तक 65 प्रतिशत मतदान की खबर है। हालांकि इस संबंध में प्रशासन की ओर से अधिकृत जानकारी नहीं मिली है।

अमरावती विभागीय शिक्षक निर्वाचनक्षेत्र चुनाव 

अकोला में 82.50 तथा वाशिम में सर्वाधिक 86.94 प्रतिशत मतदान 

अमरावती विभाग शिक्षक निर्वाचनक्षेत्र के चुनाव में अमरावती, यवतमाल, वाशिम, अकोला व बुलढाणा इन 5 जिलों के कुल 35 हज़ार 622 शिक्षक मतदाताओं में से 29 हजार 534 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। जिसका प्रतिशत 82,91 रहा। इस प्रतिष्ठा वाले चुनाव में प्रत्यक्ष मैदान में उतरे 27 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला मतपेटी में बंद हो गया। अमरावती विभाग शिक्षक निर्वाचनक्षेत्र के चुनाव में सर्वाधिक मतदाता अमरावती जिले में 10,386, यवतमाल जिले में 7,459, बुलढाणा जिले में 7,484, अकोला जिले में 6,480 तथा सबसे कम 3,813 शिक्षक मतदाता वाशिम जिले में है। अमरावती संभाग में अमरावती जिले में 8,414 (81%), अकोला जिले में 5343 (82.50%), वाशिम जिले में सर्वाधिक 3,315 (86.94%) बुलढाणा जिले में 6487 (81.33%) तथा यवतमाल जिले में 6372 (85.43%) मतदाताओं में अपने मताधिकार का उपयोग किया। चुनाव मैदान में उतरे उम्मीदवारों के भविष्य का फैसला 3 दिसम्बर को मतगणना के बाद होंगा। 
 

Created On :   1 Dec 2020 8:29 PM IST

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