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ग्राम पंचायत चुनाव : बीड में सबसे ज्यादा महिला उम्मीदवारों ने मारी बाजी, भाजपा-राकांपा बता रही खुद को नंबर-1
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डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के 34 जिलों के 14 हजार 234 ग्राम पंचायतों के चुनाव में भाजपा और राकांपा ने खुद को नंबर-1 घोषित किया है। भाजपा ने ग्राम पंचायतों के चुनाव में सबसे अधिक 5 हजार 721 सीटें जीतने का दावा किया है। जबकि राकांपा ने ग्राम पंचायतों की 3 हजार 276 सीटों के साथ सबसे बड़े दल के रूप में उभरने का दावा किया है। मंगलवार को प्रदेश भाजपा के मीडिया विभाग प्रमुख विश्वास पाठक ने कहा कि 13 हजार 866 ग्राम पंचायतों के नतीजे मिले हैं। इसमें से भाजपा ने 5 हजार 721 ग्राम पंचायतों की सीटों पर जीत हासिल की है। ग्राम पंचायत के चुनाव में भाजपा सबसे अधिक सीटें हासिल करने वाला दल बना है। जबकि राकांपा प्रदेश अध्यक्ष तथा जलसंसाधन मंत्री जयंत पाटील ने कहा कि ग्राम पंचायतों के चुनाव में राकांपा को 3 हजार 276 सीटें मिली हैं। जबकि शिवसेना को 2 हजार 406 सीटों और कांग्रेस को 1 हजार 938 सीटों पर जीत मिली है। वहीं भाजपा को 2 हजार 942 सीटों पर सफलता मिली है। पाटील ने कहा कि प्रदेश में सबसे ज्यादा राकांपा के उम्मीदवार जीते हैं। शिवसेना की तरफ से एक नंबर का दल होने के दावे पर पाटील ने कहा कि हर दल यह दावा कर रहा है। लेकिन महाविकास आघाड़ी की तुलना में भाजपा 20 प्रतिशत सीटों पर सिमट गई है।
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बीड के इन 119 गांवों में महिलाओं का बोलबाला
उधर बीड जिले की बात करें तो यहां कुल 129 ग्राम पंचायत चुनाव हुए। इनमें 18 ग्राम पंचायतें निर्विरोध हुईं जीती गईं। जबकि 111 ग्राम पंचायतों में मतगणना हो चुकी है। इसमें खासकर 572 महिलाओं ने जीत दर्ज की है। इसलिए अब इन गांवों में सबसे अधिक महिलाओं का प्रतिनिधित्व होगा। यह पहली बार है, जब जिले में यह इतनी अधिक संख्या में महिलाएं चुनी गईं हैं। आरक्षण के अनुसार 526 सीटें थीं। हालांकि जिले की महिला नेताओं ने दिखाया कि 46 और सीटें जीतकर बिना आरक्षण के चुनाव जीते जा सकते हैं।
चुनी गई 130 महिला सदस्यों में अधिकांश शिवसेना से है। ग्रामीण चुनावों में महिलाओं ने बड़ी सफलता हासिल की है। चुनी गई महिलाओं ने कोशिश की। इसलिए वे गांव का चेहरा बदल सकती हैं।
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आप को मिली 96 ग्राम पंचायतों में जीत
दूसरी ओर आम आदमी पार्टी (आप) ने ग्राम पंचायतों के चुनाव में 96 सीटों पर जीत का दावा किया है। आप की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रीति शर्मा मेनन ने बताया कि आप ने नागपुर, चंद्रपुर, गोंदिया, यवतमाल, भंडारा, लातूर, हिंगोली, अहमदनगर और सोलापुर जिले की ग्राम पंचायतों मे जीत हासिल की है। जबकि आरपीआई ने ग्राम पंचायतों के चुनाव में 2 हजार 960 सदस्यों के जीत का दावा किया है। आरपीआई अध्यक्ष तथा केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास आठवले ने जीते हुए उम्मीदवारों को गांव के विकास के लिए काम करने को कहा है।
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राज्य चुनाव आयोग ने प्रदेश के 34 जिलों के 14 हजार 234 ग्राम पंचायतों के चुनाव की घोषणा की थी। इसमें से 12 हजार 711 ग्राम पंचायतों में प्रत्यक्ष मतदान हुआ था। ग्राम पंचायतों के चुनाव के लिए 15 जनवरी को मतदान हुआ था। जबकि 18 जनवरी को वोटों की गिनती हुई। वहीं गडचिरोली की छह तहसीलों की ग्राम पंचायतों में 20 जनवरी को मतदान होगा।
सरपंच और उपसरपंच पद के आरक्षण की लॉटरी जल्द- मुश्रीफ
राज्य में हुए ग्राम पंचायतों के चुनाव नतीजों के बाद अब सरपंच और उप सरपंच पद के आरक्षण की लॉटरी निकालने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश के ग्रामीण विकास मंत्री हसन मुश्रीफ ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारियों को जल्द से जल्द नियमों के अनुसार आरक्षण की लॉटरी निकालने को कहा गया है।
ग्रामसभा बैठक बुलाने के फैसले को टालने पर विचार
मुश्रीफ ने कहा कि राज्य में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर झंडा फहराने के बाद ग्राम पंचायतों को ग्रामसभा की बैठक बुलाने का आदेश दिया गया था। लेकिन ग्राम पंचायतों में नियुक्त प्रशासकों के पास चार से पांच गांवों की जिम्मेदारी है। प्रशासक एक ही समय में अपने अधीन सभी ग्राम पंचायतों की बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगे। इसलिए ग्राम पंचायतों को ग्रामसभा की बैठक बुलाने के फैसले को 31 मार्च तक स्थगित करने पर विचार किया जा रहा है।
Created On :   19 Jan 2021 9:28 PM IST