1 मई के बाद पेराई के लिए आए गन्नों के लिए मिलेगा 200 रुपए प्रति टन का अनुदान

Grant of Rs 200 per ton will be available for the sugarcanes that have come for crushing after May 1
1 मई के बाद पेराई के लिए आए गन्नों के लिए मिलेगा 200 रुपए प्रति टन का अनुदान
निर्देश  1 मई के बाद पेराई के लिए आए गन्नों के लिए मिलेगा 200 रुपए प्रति टन का अनुदान

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में 1 मई के बाद अतिरिक्त गन्ने की पेराई के लिए प्रतिटन 200 रुपए अनुदान देने का फैसला लिया गया है। बीड़, जालना, अहमदनगर, लातूर और उस्मानाबाद समेत 18 जिलों में 19.52 लाख टन गन्ना पेराई के लिए बचा होने का अनुमान है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने किसानों के पूरे गन्ने की पेराई होने तक चीनी कारखानों को शुरू रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में पिछले गन्ना सीजन की तुलना में 2.25 लाख हेक्टेयर गन्ना क्षेत्र अधिक है। इसलिए किसानों का नुकसान टालने के लिए पूरे गन्ने की पेराई होने तक चीनी कारखानों को शुरू रखा जाए। मंगलवार को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में अतिरिक्त गन्ना पेराई अनुदान की समीक्षा बैठक हुई। राज्य अतिथिगृह सह्याद्री में हुई बैठक में उपमुख्यमंत्री अजित पवार सहित दूसरे कई मंत्री मौजूद थे। 

अभी तक हुई 32 लाख टन गन्ने की पेराई 

बैठक में राज्य के सहकारिता मंत्री बालासाहब पाटील ने कहा कि अतिरिक्त गन्ना पेराई अनुदान के लिए सरकार की तिजोरी पर लगभग 100 करोड़ रुपए का अतिरिक्त भार पड़ेगा। पाटील ने कहा कि राज्य में 1 मई से लेकर पेराई सीजन खत्म होने तक 52 लाख टन गन्ने की पेराई का अनुमान है। जिसमें से अभी तक 32 लाख टन गन्ने की पेराई हो गई है। पाटील ने बताया कि 1 मई 2022 के बाद पेराई होने वाले और 50 किमी से अधिक दूरी से गन्ना ढुलाई के लिए प्रति किलोमीटर के अनुसार एक टन के लिए 5 रुपए के हिसाब से अनुदान दिया जाएगा। 

2.25 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में अधिक उत्पादन 

गन्ना पेराई सीजन 2021-22 में राज्य में कुल 13.76 लाख हेक्येटर क्षेत्र में गन्ने की पैदावार हुई है। जबकि साल 2020-21 में 11.42 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गन्ने की बुवाई हुई थी। पिछले साल की तुलना में इस साल अधिक 2.25 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गन्ने का उत्पादन है। राज्य में 16 मई तक 100 सहकारी और 99 निजी कुल 199 चिनी कारखानों में 1300.62 लाख टन गन्ने की पेराई हो चुकी है। पिछले साल इस दिन 1013.31 लाख टन गन्ने की पेराई हुई थी। चालू वर्ष में 287.31 लाख टन अधिक पेराई हुई है। पिछले साल के मुकाबले लगभग 55,920 टन प्रतिदिन अधिक क्षमता से पेराई हो रही है।
 

जिलेवार पेराई के लिए बचा हुआ गन्ना 

जिला                        बचा गन्ना (लाख टन) 
बीड़                              4.00 
जालना                         3.90 
अहमदनगर                   3.00  
लातूर                            2.42 
उस्मानाबाद                   2.38
सातारा                         1.00 
नांदेड़                            0.63   
औरंगाबाद                     0.30 
नागपुर                         0.10 
वर्धा                              0.10 
बुलढाणा                       0.04 
जलगांव                        0.20
नाशिक                         0.15 
नंदूरबार                        0.50  
परभणी                        0.30 
हिंगोली                         0.20 
 पुणे                              0.20 
सोलापुर                        0.10                      
कुल                             19.52 

Created On :   17 May 2022 9:02 PM IST

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