औद्योगिक विकास के मामले में शहर के साथ महाकौशल की ग्रोथ भी हाशिए पर

Growth of Mahakoshal with the city is also marginalized in terms of industrial development
औद्योगिक विकास के मामले में शहर के साथ महाकौशल की ग्रोथ भी हाशिए पर
औद्योगिक विकास के मामले में शहर के साथ महाकौशल की ग्रोथ भी हाशिए पर

जबलपुर चेंबर ने की वृहद उद्योगों की स्थापना की माँग
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश योजना के तहत प्रदेश में औद्योगिक विकास का रोड मैप तैयार किया गया है जिससे कई औद्योगिक समूह प्रदेश का रुख कर रहे हैं लेकिन विडम्बना है कि यह विकास सिर्फ मालवा अंचल व मध्यभारत तक सिमटकर रह गया है। जबलपुर व महाकौशल क्षेत्र आज भी औद्योगिक सूखे की मार झेल रहा है। जबलपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने जबलपुर के साथ ही महाकौशल क्षेत्र की लगातार हो रही उपेक्षा पर आक्रोश व्यक्त किया है। चेंबर के चेयरमेन प्रेम दुबे का मानना है कि यहाँ वृहद उद्योग की स्थापना होना जरूरी है। चेंबर ने क्षेत्र के विकास व क्षेत्रीय असंतुलन को दूर करने सीएम को पत्र लिखा है एवं जनप्रतिनिधियों से भी जबलपुर के पिछड़ेपन को समाप्त करने आगे आकर चेंबर की मुहिम में शामिल होने कहा है। 
फर्नीचर, खिलौना क्लस्टर भी इंदौर में 8 जबलपुर चेंबर ऑफ कॉमर्स के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हिमाँशु खरे ने बताया कि हाल ही में प्रदेश शासन ने  इंदौर में 450 एकड़ में अंतरराष्ट्रीय मेगा फर्नीचर क्लस्टर व खिलौना क्लस्टर को मंजूरी दी है। अनेक दवा निर्माण कम्पनियाँ इंदौर व मालवा क्षेत्र में निवेश के लिए इच्छुक हैं। भोपाल के अचारपुरा क्षेत्र में भी रेडीमेड गारमेन्ट के बड़े उद्योग आ रहे हैं। इंदौर में अंतरराष्ट्रीय कार्गो डिपो तथा लॉजिस्टिक्स पार्क के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ है जिससे उक्त क्षेत्र आर्थिक विकास की दृष्टि से बहुत आगे निकल रहा है। इस मामले में जबलपुर महाकौशल क्षेत्र दिन प्रति दिन पिछड़ता जा रहा है।
जनप्रतिनिधि-प्रशासन-उद्योग विभाग में समन्वय नहीं 8 चेंबर के राधेश्याम अग्रवाल, नरिन्दर सिंह पांधे, अजय बख्तावार, राकेश चौधरी, रजनीश त्रिवेदी, अमरप्रीत छाबड़ा, शशिकांत पांडेय  ने कहा कि किसी भी जिले के विकास में जनप्रतिनिधि, प्रशासन व उद्योग विभाग महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हंै। इंदौर के प्रोजेक्ट में स्थानीय प्रशासन व उद्योग विभाग ने पूरी तत्परता से कार्य किया तथा निर्वाचित जनप्रतिनिधियों ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी। वहीं जबलपुर में  प्रशासन सिर्फ मीटिंगों में ही व्यस्त रहता है। 
 

Created On :   24 Feb 2021 11:40 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story