कोरोना टीका विकसित करें हाफकिन इंस्टीट्यूट, सरकारी संस्थान को सीएम का निर्देश 

Hafkin Institute, develop corona vaccine, CM directive to government institution
कोरोना टीका विकसित करें हाफकिन इंस्टीट्यूट, सरकारी संस्थान को सीएम का निर्देश 
कोरोना टीका विकसित करें हाफकिन इंस्टीट्यूट, सरकारी संस्थान को सीएम का निर्देश 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि हाफकिन इंस्टीट्यूट को नए टीके के निर्माण के लिए शोध कार्य को प्रधानता देनी चाहिए। मंगलवार को मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए सभी आवश्यक सहयोग करेगी। मुख्यमंत्री ने संस्थान से कोविड का टीका विकसित करने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हाई क्वालिटी वाले स्वास्थ्य उत्पादों के उत्पादन के अलावा हाफकिन इंस्टीट्यूट को आने वाले वर्षों में कोरोना के लिए टीका निर्माण के साथ-साथ अनुसंधान पर ध्यान देने की आवश्यकता है। इसके लिए आईसीएमआर और भारत बायोटेक से कोविड टीके की तकनीक को स्थानांतरित करने के लिए भी प्रयास किए जाने चाहिए। निकट भविष्य में हाफकिन इंस्टीट्यूट में एक अप-टू-डेट वैक्सीन अनुसंधान केंद्र स्थापित करने के लिए राज्य सरकार का पूरा सहयोग होगा।

15 दिनों में पेश करें परियोजना का प्रारूप 

इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि मानव सेवा में समर्पित हाफकिन इंस्टीट्यूट ने अनुसंधान और दवा निर्माण में बड़ा योगदान दिया है। हाफकिन को नया स्वरूप देने के लिए सरकार प्रयास कर रही है। डॉ. रघुनाथ माशेलकर की अध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय समिति ने हाफकिन इंस्टीट्यूट को आने वाले पांच साल में पांच परियोजनाओं के लिए 1,100 करोड़ रुपए की आवश्यकता बताई है। ये पांच महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को पूरा करने के लिए सरकार पूरा समर्थन करेगी। इसके लिए अगले 15 दिनों में एक विस्तृत योजना रिपोर्ट तैयार करना चाहिए। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने निर्देश दिया कि कार्य योजना में इस बात का विवरण होना चाहिए कि किस परियोजना को पहले शुरू किया जाना चाहिए? 

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में पोलियो उन्मूलन अभियान में प्रमुख योगदान देने वाले हाफकिन इंस्टीट्यूट ने पिछले छह माह में तकरीबन 28 करोड़ से अधिक टीकों का निर्माण किया है। यह बात सराहनीय है। राज्य की फिलहाल की स्थिति को ध्यान में रखते हुए हाफकिन इंस्टीट्यूट को जल्द ही कोविड वैक्सीन के लिए शोध करने की आवश्यकता है। अगर हॉफकिन संस्थान वैक्सीन विकसित करने में सफल होता है, तो यह हम सभी के लिए गर्व की बात होगी। 

Created On :   9 Feb 2021 8:56 PM IST

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