बारिश के साथ 15 मिनट तक गिरे ओले, गेहूं की फसल को भारी नुकसान

Hail fell for 15 minutes with rain, heavy damage to wheat crop
बारिश के साथ 15 मिनट तक गिरे ओले, गेहूं की फसल को भारी नुकसान
बारिश के साथ 15 मिनट तक गिरे ओले, गेहूं की फसल को भारी नुकसान

डिजिटल डेस्क शहडोल । अंचल में मौसम का मिजाज दूसरे दिन भी बिगड़ा रहा। रविवार को दोपहर में तेज बारिश के साथ करीब 15 मिनट तक ओलावृष्टि हुई। ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों और खेतों पर सफेद चादर सी बिछ गई थी। हर तरफ सफेद ओले नजर आ रहे थे। इससे गेहूं की फसल पूरी तरह से बिछ गई है। दूसरी ओर बारिश और ओलावृष्टि के बाद तापमान में भी तेजी से गिरावट आई और ठंड का दौर फिर से शुरू हो गया है। 
 अचानक मौसम बदला था और बारिश के साथ ओले गिरे थे। रात में भी रुक-रुककर बारिश होती रही। इससे फसलों को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ था, लेकिन रविवार को एक बारिश के साथ कड़क रही बिजली ने किसानों के होश उड़ा दिए। इस दौरान तेज बारिश के साथ गांवों में काफी देर तक ओलावृष्टि भी हुई है। करीब 15 मिनट तक ओले गिरने से गेहूं और सरसों की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। धान की तरह ही गेहूं के अच्छे उत्पादन की उम्मीद लेकर बैठे किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया है। गेहूं में बालियां निकल आई थी और होली तक इसके पकने की उम्मीद थी। बारिश के वजह से फसल पूरी तरह से बिछ गई है। वहीं सरसों की फलियों पर ओले लगने से दाने झड़ गए। इसके अलावा अलसी, मसूर, अरहर और आम की बौर को भी काफी नुकसान पहुंचा है। किसानों का कहना है कि उत्पादन 30 से 40 फीसदी तक प्रभावित होगा। 
बंपर फसल की थी उम्मीद, मेहनत पर फिर गया पानी
इस बेमौसम बारिश ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। जानकारी के अनुसार सिंहपुर, बोडऱी, मिठौरी, खैरहा, हरदी, सिरौंजा, खन्नाथ, अरझुला, बेम्हौरी सहित आसपास के सैकड़ों गांवों में लगी गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा है। बारिश रुकने के साथ ही किसान अपने-अपने खेतों में पहुंचे और फसल को देखकर सिर पकड़ लिया। बोडऱी के किसान अमरनाथ तिवारी, तेज पटेल, राधेश्याम गुप्ता, कृष्णकांत तिवारी, सुशील तिवारी, श्रीनिवास तिवारी, भैयाराम उपाध्याय, हीरालाल साहू, सिंहपुर के बाबूलाल गुप्ता, गणेश तिवारी, अरझुला के जगदीश तिवारी आदि ने बताया कि बारिश और ओलावृष्टि ने गेहूं की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है। इस बार गेहूं की फसल बहुत अच्छी थी, लेकिन बारिश ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। 
इसलिए बदला मौसम का मिजाज
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार उत्तर पश्चिम मध्यप्रदेश में बने सिस्टम की वजह से मौमस में बदलाव आया है। कोंकण से नार्थ ईस्ट एमपी तक एक ट्रफ लाइन (द्रौणिका) बना हुआ है। इसी की वजह से बारिश हो रही है। सोमवार को भी सिस्टम सक्रिय रहने की संभावना है। इसकी वजह से गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। कुछ जगह ओलावृष्टि की संभावना है। 
 

Created On :   24 Feb 2020 1:20 PM IST

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