आधे परीक्षार्थियों ने पहले प्रश्नपत्र में ही मान ली हार

Half the examinees accepted defeat in the first question paper itself
आधे परीक्षार्थियों ने पहले प्रश्नपत्र में ही मान ली हार
नागपुर आधे परीक्षार्थियों ने पहले प्रश्नपत्र में ही मान ली हार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। रविवार को संपन्न हुई यूपीएससी-सिविल सर्विसेज की प्रिलिम्स परीक्षा में अभ्यर्थियों की उपस्थिति के आंकड़ों ने निराशाजनक स्थिति सामने लाई है। नागपुर में लगभग आधे अभ्यर्थियों ने परीक्षा देने के पहले ही हार मान ली। दरअसल रविवार को नागपुर के 18 हजार 93 विद्यार्थी परीक्षा देने वाले थे, लेकिन इनमें से करीब 9000 विद्यार्थी ही परीक्षा देने पहुुंचे। इसमें भी अनेक विद्यार्थी ऐसे थे, जो सुबह के सत्र में जनरल स्टडीज का पेपर देने के बाद परीक्षा केंद्र से चले गए। उन्होंने दोपहर के सत्र में हुअा सी-सैट का पेपर दिया ही नहीं। जानकारी के अनुसार जनरल स्टडीज में 9394 तो सी-सैट में महज 9306 परीक्षार्थी ही उपस्थित थे। 

900 लोग नियुक्त थे 

शहर में हजारों विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र मिलने से जिला प्रशासन पहले से अलर्ट मोड पर था। परीक्षार्थियों की इतनी बड़ी संख्या को देखते हुए 47 परीक्षा केंद्रों पर सहायक पर्यवेक्षक, समवेक्षक, लिपिक ऐसे कुल 900 लोग तैनात किए गए थे। जिला प्रशासन की सारी तैयारी के बाद भी पेपर-1 में 8696, तो दूसरे पेपर में 8784 परीक्षार्थियों की अनुपस्थिति रही। 

निर्धारित अटेंप्ट होते हैं  जानकारों की मानें तो यूपीसीएसी परीक्षा में निर्धारित अटेंप्ट होते है। बहुत कम मामलों में विद्यार्थियों की निजी समस्या आड़ेे आती है। क्योंकि साल भर मेहनत करने के बाद विद्यार्थियों की प्राथमिकता परीक्षा देने की होती है। अनेक अभ्यर्थी परीक्षा के लिए पंजीयन तो करा लेते हैं, लेकिन कई बार तैयारी पूरी नहीं होने के कारण परीक्षा नहीं देते हैं, वहीं पेपर-1 बहुत ही खराब जाने के कारण विद्यार्थियों को लगता है कि अब दूसरा पेपर देकर कोई उद्देश्य सफल नहीं होगा, ऐसे में कुछ परीक्षार्थी दूसरा पेपर छोड़ कर चले जाते है। नियमानुसार विद्यार्थियों को पेपर-1 और पेपर-2 दोनों देना अनिवार्य होता है। स्कोर केवल पेपर-1 में मिलते हैं, पेपर-2 क्वालिफाइंग ही होता है। लेकिन दोनों पेपर अनिवार्य होते हैं।  

 

Created On :   6 Jun 2022 5:24 PM IST

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