ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल, किराने के दुकान में बिक रही दवाईयां

Health and medical services in the rural are very dysfunctional
ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल, किराने के दुकान में बिक रही दवाईयां
ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल, किराने के दुकान में बिक रही दवाईयां

डिजिटल डेस्क, कटनी। शासकीय अस्पतालों में निशुल्क उपचार के साथ अब दवाएं भी निशुल्क मिलती हैं। शासन ने कई पैथालाजी जांच भी मुफ्त कर दी हैं। ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों के लिए यह योजनाएं इसलिए बेमानी साबित हो रही हैं, क्योंकि कहीं स्टाफ तो कहीं संसाधनों की कमी है। ग्रामीण क्षेत्रों के ज्यादातर अस्पतालों में डॉक्टर ही नहीं हैं। शहरी सीमा में शामिल हिरवारा का उप स्वास्थ्य केन्द्र भी ऐसी ही अव्यवस्था का शिकार है। यहां खंडहर भवन में अस्पताल संचालित किया जा रहा है। वैसे तो इस अस्पताल में बहुउद्देशीय पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता की विभाग ने पदस्थापना की है। इलाज के लिए आने वाले मरीजों को यहां बैठने भी जगह नहीं है। जिले के कई स्थानों में स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों के भवनों का निर्माण कराया पर हिरवारा की सुध नहीं ली।

जरा सी बारिश में टपकने लगता है पानी
उप स्वास्थ्य केन्द्र हिरवारा के लगभग पांच दशक पुराने भवन में जरा सी बारिश में ही पानी टपकने लगता है। जिससे यहां मरीज तो दूर कर्मचारियों का बैठना भी मुश्किल होता है। भवन के पीछे खेत लगे हैं और बगल में बड़ी बड़ी घास ऊग आई है। आसपास गंदगी की भरमार है। जिससे भवन में जहरीले जीव जंतुओं का विचरण होता रहता है। यहां कुछ दिन पहले जहरीला सांप देखा गया था जिससे एक कमरे में ताला डाल दिया गया है।

अब तक बिजली नहीं लगी
दो कमरों के अस्पताल भवन में सीलन एवं अंधकार छाया रहता है। यहां अब तक बिजली कनेक्शन भी नहीं है। सीलन के कारण दवाओं के खराब होने की आशंका बनी रहती है। बिजली कनेक्शन नहीं होने से कर्मचारियों को अंधेरे में ही बैठना पड़ता है।

उधार के फर्नीचर से चल रहा काम
बताया गया है कि उप स्वास्थ्य केन्द्र हिरवारा में फर्नीचर भी नहीं हैं। यहां आरोग्य केन्द्र के कुर्सी-टेबिल से काम चलाया जा रहा है। आरोग्य केन्द्र प्रारंभ हो जाने पर अस्पताल से टेबिल-कुर्सियां भी छिन जाएंगी। यहां पदस्थ कर्मचारियों को अभी से यह चिंता सता रही है कि टेबिल कुर्सियां भी नहीं रहेंगी तो वे कहां बैठेंगे और मरीजों का उपचार कैसे करेंगे।

नीम हकीमों की चांदी
हिरवारा में स्वास्थ्य केन्द्र की बदहाली का फायदा नीम हकीम उठा रहे हैं। गांव में कई जगह फर्जी डॉक्टरों के क्लीनिक खुले हैं। वहीं किराना दुकानों में दवाएं बिकती हैं। फर्जी डिग्रीधारी डॉक्टर मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। बताया जाता है कि फर्जी डॉक्टरों के क्लीनिकों की जानकारी यहां पदस्थ कर्मचारियों द्वारा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भी दी जाती है पर अब किसी पर कार्यवाही नहीं होने से इनके हौसले बुलंद हैं।

इनका कहना है
हिरवारा उप स्वास्थ्य केन्द्र में भवन निर्माण के लिए विधायकनिधी, सांसद निधी या अन्य किसी योजना से राशि जारी कराने के लिए जिला प्रशासन से चर्चा की गई है। नीम हकीमों के खिलाफ जल्द ही अभियान चलाया जाएगा।
एस.के.निगम, सीएमएचओ कटनी

 

Created On :   18 Aug 2018 2:23 PM IST

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