बीमारी पर नियंत्रण को लेकर स्वास्थ्य विभाग सजग

Health department alert about disease control
बीमारी पर नियंत्रण को लेकर स्वास्थ्य विभाग सजग
गोंदिया बीमारी पर नियंत्रण को लेकर स्वास्थ्य विभाग सजग

डिजिटल डेस्क, गोंदिया. मानसून की बात सामने आते ही अनेक बीमारी व संक्रामक रोग होते हैं। बारिश में जलजन्य बीमारियों से स्वास्थ्य पर विपरीत परिणाम होता है। बारिश में होने वाली बीमारियों से नागरिकों का संरक्षण करने के लिए गोंदिया स्वास्थ्य विभाग सजग होकर चिकित्सा अधिकारी समुदाय स्वास्थ्य अधिकारी, स्वास्थ्य कर्मचारियों को मलेरिया संबंधी आईडीएसपी विशेष साॅफ्टवेयर का प्रशिक्षण दिया गया है। वहीं बीमारी के किसी भी तरह के लक्षण होने पर अलर्ट मिलेगा। जिससे बीमारियों को तत्काल नियंत्रण में लाने में मदद मिलेगी। 

गौरतलब है कि, बारिश का मौसम नजदीक आ गया है। बारिश के दिनों में बीमारियों का फैलाव अधिक होता है। बारिश में मलेरिया फैलकर स्वास्थ्य पर ध्यान देने की सलाह स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी जाती है। इस वर्ष मानसून समय के पहले आने का अनुमान है। ऐसी स्थिति में जिला स्वास्थ्य विभाग उस दृष्टि से सजग होकर जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों को सावधानी बरतने की सूचना स्वास्थ्य विभाग ने दी है। चिकित्सा अधिकारी समुदाय स्वास्थ्य अधिकारी, स्वास्थ्य कर्मचारियों को मलेरिया से संबंधित आईडीएसपी विशेष सॉफ्टवेयर का प्रशिक्षण दिया गया है। साथ ही किसी भी तरह की बीमारी होने पर अलर्ट मिलते ही स्वास्थ्य विभाग सजग हो जाएगा। 

जिले के नदी किनारे 96 गांवों में विशेष ध्यान दिया जाएगा। जिले की सभी ग्राम पंचायतों को ब्लिचिंग उपलब्ध कराया जाएगा। उसी प्रकार सभी ग्राम पंचायतों को नालियों को साफ करने के निर्देश दिए गए हैं। उसी प्रकार सभी स्वास्थ्य संस्थाओं को एंबुलेंस दुरुस्ती करने को कहा गया है। आपदा आने पर इसके लिए विशेष साॅफ्टवेयर पर दर्ज कर उपाय योजना की जाएगी। जिले में केटीएस सामान्य अस्पताल, एक शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय, 40 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, एक शहरी नागरी स्वास्थ्य केंद्र, 10 ग्रामीण अस्पताल, एक उपजिला अस्पताल, 258 स्वास्थ्य उपकेंद्र होकर मलेरिया प्रतिबंधात्मक दवा उपलब्ध रखने व सर्पदंश व श्वानदंश टीका उपलब्ध कराया गया है। जिले के सालेकसा, देवरी, अर्जुनी मोरगांव तहसील आदिवासी बहुल व दूरक्षेत्र में आने से उस पर स्वास्थ्य विभाग की विशेष नजर है। बारिश में उपरोक्त तहसीलों में मलेरिया जैसी बीमारियां फैल सकती है। जिससे स्वास्थ्य विभाग ने तहसील चिकित्सा अधिकारियों को सावधानी बरतने की सूचना दी है।  

डा. नितीन वानखेड़े, जिला स्वास्थ्य अधिकारी, जिपके मुताबिक दवा का किया गया संग्रहण  बारिश के दिनों में पानी की वजह से अनेक बीमारियां होती है। मलेरिया भी इस अवधि में होता है। इन बीमारियों से नागरिकों को घबराने की जरूरत न होकर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर जानकारी उपलब्ध कराएं। उसी प्रकार घरों में आने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों को उचित जानकारी देकर सहयोग करें। स्वास्थ्य विभाग ने आवश्यक दवाओं का संग्रहण कर लिया है।

डा. निरंजन अग्रवाल, जिला मलेरिया अधिकारी के मुताबिक कीटकशास्त्रीय सर्वेक्षण बारिश में जलजन्य व कीटकजन्य बीमारी जैसे डेंगू, मलेरिया न हो, इसके लिए स्वास्थ्य कर्मचारियों के माध्यम से कीटकशास्त्रीय सर्वेक्षण किया जाएगा। उसी प्रकार बीमारियां फैलते ही उपचार के लिए विभाग को लगाया जाएगा। इस तरह का नियोजन स्वास्थ्य विभाग द्वारा कर लिया गया है। पानी दूषित न हो, इसके लिए नियमित क्लोरिनेशन करने की सूचना दी गई है। 


 

Created On :   3 Jun 2022 6:37 PM IST

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