स्वास्थ्य विभाग सतर्क मुंबई में अलग वार्ड तैयार, हवाई अड्डे पर निगरानी बढ़ी  

Health department alert about monkeypox Separate ward ready in Mumbai
स्वास्थ्य विभाग सतर्क मुंबई में अलग वार्ड तैयार, हवाई अड्डे पर निगरानी बढ़ी  
मंकीपॉक्स का डर स्वास्थ्य विभाग सतर्क मुंबई में अलग वार्ड तैयार, हवाई अड्डे पर निगरानी बढ़ी  

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कई देशों में सामने आ रहे मंकीपॉक्स के मामलों के बाद जहां एक ओर राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने एहतियात बरतने के लिए एडवाइजरी जारी की है वहीं मुंबई महानगर पालिका ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है। जन स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक अभी तक मुंबई में मंकीपॉक्स का कोई मरीज या संदिग्ध नहीं मिला है लेकिन एहतियातन कस्तूरबा अस्पताल में 28 बेड वाला पृथक (आईसोलेशन) वार्ड तैयार रखा गया है।

इसके अलावा हवाई अड्डे पर मंकीपॉक्स से प्रभावित देशों से आने वाले लोगों की निगरानी और जांच की जा रही है। संदिग्ध मरीजों के मिलने के बाद उन्हें पृथक वार्ड में रखा जाएगा और नमूनों को जांच के लिए पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान भेजे जाएंगे। सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों को निर्देश दिए गए हैं कि मंकीपॉक्स से मिलते जुलते लक्षणों वाले मरीजों को जांच के लिए कस्तूरबा अस्पताल भेजा जाए। बीएमसी द्वारा जारी एजवाइजरी के मुताबिक मंकीपॉक्स पशुओं से फैलने वाला संक्रामक रोग है। यह इंसानों से इंसानों में भी फैल सकता है। 

क्या हैं इस बीमारी के लक्षण 

इस बीमारी के दौरान बुखार, शरीर में दाने निकलने और सूजन के लक्षण नजर आते हैं। यह बीमारी दो से चार सप्ताह में ठीक हो जाती है। इस बीमारी से मरने वालों का आंकड़ा 1 से 10 फीसदी तक हो सकता है। वायरस कटी त्वचा या आंख, नाक, मुंह के जरिए शरीर में प्रवेश कर सकता है। मरीज के साथ लंबे समय तक निकट संपर्क में रहने से भी यही बीमारी फैल सकती है। मंकीपॉक्स में भी स्मालपॉक्स जैसे ही लक्षण नजर आते हैं। शरीर पर दाने उभरने के एक दो दिन पहले से संक्रमित व्यक्ति यह बीमारी फैला सकता है और दाने मुरझाने तक यह बीमारी दूसरों को हो सकती है। फिलहाल दुनिया के दर्जनभर देशों में यह रोग फैला है।     

Created On :   23 May 2022 6:23 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story