सायबर सेल की रिपोर्ट मिलने के बाद घोषित किए जाएंगे स्वास्थ्य सेवक - स्वास्थ्य मंत्री

Health workers to be announced after receiving report of cyber cell - Health Minister
सायबर सेल की रिपोर्ट मिलने के बाद घोषित किए जाएंगे स्वास्थ्य सेवक - स्वास्थ्य मंत्री
सायबर सेल की रिपोर्ट मिलने के बाद घोषित किए जाएंगे स्वास्थ्य सेवक - स्वास्थ्य मंत्री

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग की भर्ती में स्वास्थ्य सेवक और ड्राइवर पद के लिए 28 फरवरी को आयोजित परीक्षा के परिणाम पुलिस के साइबर सेल की रिपोर्ट मिलने तक घोषित नहीं किए जाएंगे। विधान परिषद में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने यह घोषणा की। टोपे ने कहा कि स्वास्थ्य सेवक और ड्राइवर पद की परीक्षा को लेकर गड़बड़ी की शिकायतें मिली हैं। इन दोनों कैडर की परीक्षा में पूछे जाने वाले करीब 25 सवाल पहले ही लीक हो गए थे। पुलिस की प्राथमिक जांच में यह जानकारी सामने आई है। इसलिए पुलिस की जांच रिपोर्ट मिलने तक परीक्षा के परिणाम घोषित नहीं किए जाएंगे। टोपे ने कहा कि ठाणे में कारपेंटर के केवल दो पदों के लिए दो परीक्षा केंद्रों पर 60 उम्मीदवारों की परीक्षा आयोजित की गई थी। लेकिन एक परीक्षा केंद्र पर पेपर समय पर नहीं पहुंच पाया था। इसलिए कारपेंटर पद की परीक्षा दोबारा आयोजित की जाएगी। मंगलवार को सदन में अल्पकालीन चर्चा के जरिए भाजपा समर्थित सदस्य विनायक मेटे ने स्वास्थ्य विभाग की भर्ती परीक्षा में पेपर लीक होने का मुद्दा उठाया था। इसके जवाब में टोपे ने कहा कि भर्ती के लिए आयोजित परीक्षा को लेकर कई शिकायतें मिली हैं। 

औरंगाबाद से हुई थी गिरफ्तारी 

इसमें औरंगाबाद के चिखलठाणा के परीक्षा केंद्र में एक उम्मीदवार को प्रवेश के समय ही पकड़ लिया गया था। उसने अपने कान में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लगाया था। उससे पूछताछ से पता चला कि औरंगाबाद के एक साइबर कैफे में परीक्षा की प्रश्न पत्रिका दी जा रही है। इसके बाद पुलिस ने तुरंत छापा मारकर तीन-चार लोगों को गिरफ्तार किया था। उनसे पूछताछ में कई कागजात जब्त किए गए हैं। प्राथमिक जांच में पता चला कि परीक्षा पेपर के कुछ सवाल लीक हो चुके थे। टोपे ने कहा कि औरंगाबाद के परीक्षा केंद्रों में पेपर देरी से पहुंचा था। इसलिए उम्मीदवारों को परीक्षा पेपर लिखने के लिए अतिरिक्त समय दिए गए थे। जबकि रत्नागिरी में दो परीक्षा केंद्र को देरी से खोले गए थे। उन परीक्षा केंद्रों के विद्यार्थियों को अतिरिक्त समय दिया गया था। सामाजिक दूरी के नियमों का पालन अहमदनगर के राहुरी और नाशिक शहर में नहीं हुआ है। लेकिन इन दोनों परीक्षा केंद्रों पर नकल नहीं हुई थी।

टोपे ने कहा कि 54 कैडर की परीक्षाएं हुई थीं। इसमें 2 कैडर की परीक्षाओं में शिकायतें सामने आई हैं। स्वास्थ्य विभाग ने समूह सी के रिक्त 10 हजार पदों में से 3250 पदों को भरने का फैसला लिया है। इसके लिए राज्य भर से 4 लाख 16 हजार आवेदन आए थे। 2 लाख 36 हजार उम्मीदवारों को प्रवेश पत्रिका दी गई थी। इसमें से 1 लाख 33 हजार उम्मीदवारों ने परीक्षा दी है। राज्य के 32 जिलों के 829 परीक्षा केंद्रों पर यह परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा के आयोजन के लिए एक आईटी कंपनी का चयन पारदर्शी पद्दति से किया गया था। 
 

Created On :   9 March 2021 8:15 PM IST

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