कोयले की कमी से बिजली उत्पादन में भारी गिरावट

Heavy decline in power generation due to shortage of coal
कोयले की कमी से बिजली उत्पादन में भारी गिरावट
अघोषित कटौती जारी, लोग हो रहे परेशान कोयले की कमी से बिजली उत्पादन में भारी गिरावट


डिजिटल डेस्क जबलपुर। प्रदेश के ताप विद्युत घरों को पर्याप्त कोयला न मिल पाने के कारण बिजली उत्पादन में भारी कमी आ रही है। यही कारण है िक कई क्षेत्रों में अघोषित बिजली कटौती करनी पड़ रही है और सबसे बड़ी बात यह है िक बिजली विभाग इसे कटौती भी नहीं मान रहा है। हर जगह कोई न कोई नया बहाना बना िदया जाता है। प्रदेश में कुल करीब 571 मेगावाट की कमी दर्ज की जा रही है और इसे पूरा करने के िलए कटौती ही एकमात्र विकल्प है।
ऐसा नहीं िक तापगृहों में कोयला नहीं है, बल्कि उनमें जितने िदनों का स्टॉक होना चाहिए उतना नहीं है। बिजली मामलों के जानकार एड. राजेन्द्र अग्रवाल का कहना है िक तापगृह में 17 से 25 िदनों का स्टॉक रखना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है। अधिकतम 4 से 6 िदनों का ही स्टॉक है और माँग को देखते हुए यह बेहद कम है। नतीजतन बिजली का उत्पादन कम हो रहा है और जनता को कटौती के रूप में खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। बताया जाता है कि शनिवार की शाम 4 बजे प्रदेश में 11533 मेगावाट बिजली की माँग बनी रही, जबकि उत्पादन में 571 मेगावाट की कमी रही। इस कमी को दूर करने  ग्रामीण और शहरी इलाकों में बिजली सप्लाई बंद करनी पड़ी।

कोयले से संचालित तापगृहों में 30 अप्रैल की शाम 4 बजे उत्पादन मेगावाट में।
तापगृह - क्षमता - उत्पादन
सतपुड़ा तापगृह- 1340- 507
बिरसिंहपुर तापगृह- 1340 - 892
अमरकंटक तापगृह- 210 - 216
सिंगाजी तापगृह- 2520 - 1967?
कुल- 5400 -3582

 

Created On :   30 April 2022 11:11 PM IST

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