सैकड़ों गांवों तक नहीं पहुंच रहीं एसटी की बसें

सैकड़ों गांवों तक नहीं पहुंच रहीं एसटी की बसें
बेबस सैकड़ों गांवों तक नहीं पहुंच रहीं एसटी की बसें

डिजिटल डेस्क, नागपुर। एसटी महामंडल के कर्मचारियों के हड़ताल के कारण पिछले दो महीने से सैकड़ों गांवों तक एसटी बसें नहीं पहुंच पा रही हैं। इससे ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इन गांवों में निजी बसें भी कम पहुंचती हैं। गांववालों को निजी वाहनों का ज्यादा किराया चुका कर आवागमन करना पड़ रहा है। कर्मचारियों की हड़ताल के बीच महामंडल द्वारा जो बसें चलाई जा रही हैं, उनकी संख्या कम हैं और ग्रामीण क्षेत्र में नहीं पहुंच पा रही हैं। सूत्रों के अनुसार करीब 250 से 300 गांव सरकारी बसों की पहुंच से दूर है। 

एसटी बसें विद्यार्थियों से लेकर आम लोगों के लिए आवागमन का महत्वपूर्ण साधन हैं। कई ऐसे गांव हैं, जहां बस नहीं पहुंचती थीं। इसे लेकर स्थानीय लोगों ने हड़ताल से लेकर कई उठापटक कीं, तब उनके गांव तक एसटी बसों का संचालन शुरू हुआ। कोंढाली के पास स्थित एक गांव में जब बस शुरू हुई थी, तब बाजे-गाजे के साथ बस का स्वागत किया गया था, लेकिन अब इन गांवों में बसें नहीं पहुंच रही हैं।

नागपुर विभाग में एसटी महामंडल के 8 डिपो हैं। एक डिपो से लगभग 30 से 40 गांव जुड़े हैं। इसमें नागपुर से उमरेड, सावनेर, रामटेक, बुटीबोरी, कोंढाली आदि क्षेत्र शामिल हैं। बसों के कर्मचारी पिछले दो महीने से हड़ताल पर है। प्रशासन ने निजी ड्राइवरों के सहारे खानापूर्ति के लिए बस सेवा शुरू की है, लेकिन अभी भी नागपुर जिले के सैकड़ों छोटे-छोटे गांव ऐसे हैं, जहां एसटी बसें नहीं पहुंच रही हैं। विद्यार्थियों के स्कूल शुरू हो जाने से उन्हें भी आवागमन में परेशानी हो रही है।
 

Created On :   11 Feb 2022 4:06 PM IST

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