इधर दमोह में धर्मांतरण के आरोपियों पर शिकंजा कसने में प्रशासन की नाकामी खिलाफ हिन्दू संगठन सडक़ पर उतरे

Here in Damoh, administrations failure to clamp down on the accused of conversion
इधर दमोह में धर्मांतरण के आरोपियों पर शिकंजा कसने में प्रशासन की नाकामी खिलाफ हिन्दू संगठन सडक़ पर उतरे
दमोह इधर दमोह में धर्मांतरण के आरोपियों पर शिकंजा कसने में प्रशासन की नाकामी खिलाफ हिन्दू संगठन सडक़ पर उतरे

डिजिटल डेस्क ,दमोह। एक के बाद एक, धर्मांतरण के  दो मामले दर्ज होने और इनमें नामजद 18 आरोपियों की गिरफ्तारी में पुलिस की नाकामी के खिलाफ  शुक्रवार को हिन्दू संगठन सडक़ पर उतरे। विहिप और बजरंग दल ने धर्मांतरण जैसे सवंदेनशील मुद्दे पर जिला व पुलिस प्रशासन के लचर रवैये को लेकर आक्रोश जताया। आरोपी अजय लाल का पुतला फंूका। साथ ही सरकार से कलेक्टर तथा एसपी को हटाये जाने की मांग की। विहिप जिला मंत्री अमित राय ने आरोप लगाया कि धर्मांतरण का प्रमाणित मामला प्रशासन के संज्ञान में पहले से था लेकिन पुलिस व जिला प्रशासन कार्यवाही करने से बचता रहा। पहली एफआईआर 13 नवंबर को तब हुई जबकि एनसीपीसीआर के चेयरमैन थाने पहुंचे। मामले में हुई शिकायत को जांच के लिए भेजने में दस दिन लगा दिए गए। इस बीच पहली व दूसरी एफआईआर में जिन 18 आरोपियों के नाम आए हैं वे पुलिस की पहुंच से दूर निकल गए। एसपी डीआर तेनिवार से जब दैनिक भास्कर ने फरार आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तारी की जाएगी। पुलिस के पास इस बात का कोई जवाब नहीं कि एनसीपीसीआर चेयरमैन द्वारा प्रस्तुत किए गए साक्ष्य तथा उमा अहिरवार की शिकायत पर जांच दौरान सीएसपी अभिषेक तिवारी को मिले धर्मांतरण संबंधी जिन तथ्यों व साक्ष्यों के आधार पर बुधवार को दूसरी एफआईआर की गई, क्या वे नामजद 18 आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पर्याप्त नहीं हैं। 

Created On :   26 Nov 2022 4:16 AM GMT

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