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गृहमंत्री का ऐलान - जलगांव के हॉस्टल में लड़कियों को नचाने के मामले में होगी सख्त कार्रवाई, भड़के थे मुनगंटीवार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। जलगांव के हॉस्टल में लड़कियों के साथ हुई घटना की जांच के लिए गठित चार सदस्यीय समिति के सामने रेमन मैग्सेस पुरस्कार विजेता नीलिमा मिश्रा और वासंती दिघे को अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाएगा। बुधवार को विधान परिषद में शिवसेना सदस्य मनीषा कायंदे ने जलगांव मामले की जांच समिति में स्थानीय एनजीओ की प्रतिनिधि के रूप में नीलिमा और वासंती को शामिल करने की मांग की। जबकि भाजपा प्रसाद लाड ने जलगांव की घटना को लेकर सरकार पर सवाल खड़े किए थे। विधानसभा में भी यह मसला गूंजा। विधान परिषद में गृहमंत्री देशमुख ने कहा कि सरकार ने जांच के लिए सरकारी समिति गठित की है लेकिन जांच समिति नीलिमा और वासंती को बुलाकार उनका पक्ष सुनेगी। सदन में उपसभापति नीलम गोर्हे ने कहा कि सरकार जांच में नीलिमा और वासंती का मदद लेनी चाहिए। गोर्हे ने कहा कि सदन में सदस्यों को हॉस्टल का नाम सार्वजनिक नहीं करना चाहिए। क्योंकि हॉस्टल में रहने वाली दूसरी लड़कियों की बदनामी का डर होता है।
हमारी-आप की बहनों के साथ ऐसा हुआ होता तो यहीं जवाब देते- भड़के मुनगंटीवार
महिला हॉस्टल में महिलाओं को नग्न कर नाचने के मजबूर करने के मामले में गृहमंत्री अनिल देशमुख के ढुलमुल जवाब से नाराज भाजपा के सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि अगर आपकी या हमारी बहन के साथ ऐसा होता क्या तब भी ऐसा ही जवाब दिया जाता। तब गृहमंत्री खून कर देते। उन्होंने कहा कि यह कैसी सरकार है। राष्ट्रपति शासन के अलावा कोई पर्याय नहीं हैं। राकांपा के नवाब मलिक ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि मुनगंटीवार धमकी दे रहे हैं जो ठीक नहीं है। जवाब में विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हर किसी को अपनी मांग रखने का अधिकार है। सरकार मामले में संवेदनशीलता दिखाए। अगर सरकार ठीक से काम नहीं कर रही है तो राज्यपाल राष्ट्रपति शासन के लिए सिफारिश कर सकते हैं। इसके बाद गृहमंत्री देशमुख ने चार सदस्यों की समिति के जरिए जांच कराने और दो दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपने का ऐलान किया। चिखली से भाजपा विधायक श्वेता महाले ने यह मुद्दा उठाते हुए दावा किया था कि मामले में कुछ पुलिसवाले भी लिप्त हैं।
क्या है मामला
महाराष्ट्र के जलगांव स्थित सरकारी हास्टल में यह शर्मनाक घटना सामने आई है। स्थानीय एनजीओ की शिकायत के अनुसार कुछ पुलिसकर्मियों ने कुछ अन्य लोगों के साथहास्टल में घुसकर कथित रूप से लड़कियों के कपड़े उतरवाए और फिर उन सभी से डांस करवाया।
सुवर्णा पत्की का तबादला
रत्नागिरी के खेड तहसील की पुलिस निरीक्षक सुवर्णा पत्की का जिले के बाहर तत्काल तबादला कर उनके खिलाफ मिली शिकायतों की जांच की जाएगी। विधान परिषद में प्रदेश के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने यह जानकारी दी। बुधवार को सदन में शिवसेना सदस्य रामदास कदम ने कहा था कि पत्की खेड पुलिस स्टेशन को निजी संपत्ति समझती हैं। मैं सदन में बोल नहीं सकता हूं कि वे दोपहर बाद और शाम को किस अवस्था में रहती हैं। कदम ने कहा कि सातारा में सेवा के दौरान उन्हें निलंबित कर दिया गया था। इसके जवाब में देशमुख ने कहा कि मुझे विधानसभा के सदस्यों ने भी पत्की के खिलाफ शिकायत की है। इसलिए उनका दूसरे जिले में तबादला कर उनकी जांच की जाएगी।
प्रधानमंत्री पर अशोभनीय टिप्पणी अयोग्य
प्रदेश के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में सदन में अशोभनीय टिप्पणी करना उचित नहीं है। सदन में भाजपा के सदस्य प्रसाद लाड ने यह मुद्दा उठाया था। लाड ने कहा कि मंगलवार को राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सदन के एक सदस्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दाढ़ी के बारे में बोल रहे थे। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के खिलाफ टिप्पणी कर रहे थे। इस पर देशमुख ने कहा कि प्रधानमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री सम्मानित व्यक्ति हैं। इसलिए सदन में कोई सदस्य उनके खिलाफ बोला होगा तो यह उचित नहीं है। इसको स्वीकार नहीं किया जा सकता।
Created On :   3 March 2021 7:25 PM IST