डबल दाम में होम सर्विस : सजने संवरने के लिए ज्यादा पैसे देने तैयार हैं लोग

Home service at double price: people are ready to pay more for makeup
डबल दाम में होम सर्विस : सजने संवरने के लिए ज्यादा पैसे देने तैयार हैं लोग
डबल दाम में होम सर्विस : सजने संवरने के लिए ज्यादा पैसे देने तैयार हैं लोग

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन में घरों में कैद लोगो के लिए कटिंग व शेविंग बड़ी समस्या है। बढ़ती गर्मी में बाल व दाढ़ी के बोझ से निजात पाने के लिए सैलून कारीगरो का घर पर बुलाया जा रहा है। लॉकडाउन में भले ही दुकानें बंद है,लेकिन इन सैलून वालो को होम सर्विस के लिए बुलाया जा रहा है। लॉकडाउन का फायदा कारीगर भी उठा रहे हैं,सामान्य दिनो की अपेक्षा वे कस्टमर से दोगुना चार्ज वसूल रहे है। लॉकडाउन में सैलून वालो का बिजनेस जमकर चल रहा है। नागपुरियंस सजने-संवरने के लिए मोटे दाम भी देने को तैयार है। छोटे-बड़े हर कारीगर ने दाम बढ़ा दिए है। सैलून कारीगरो का कहना है कि काम नहीं करेंगे तो परिवार का पेट कैसे पालेंगे।
 
पहचान वाले सैलून कारीगर को बुलाया

सुधीर ने बताया कि पिछले जब से लॉकडाउन हुआ है, शेविंग नहीं हुई थी। मैं सैलून में जाकर ही शेविंग करवाता हूं। लॉकडाउन होने से सभी दुकाने बंद है। ऐसे में शेविंग बहुत बढ़ गई थी। घर के पास ही रहने वाले सैलून वाले को फोन किया,पहले तो उसने ना कह दिया। फिर बोला आ जाऊंगा,लेकिन चार्ज ज्यादा लगेगा। मरता क्या ना करता,उसे बुलाया और हमेशा से डबल चार्ज देकर शेविंग और कटिंग करवाई। बच्चे की भी कटिंग करवाई। कटिंग और शेविंग का 500 रूपए देना पड़ा। नागपुर रेड जोन में होने से यहां लॉकडाउन बढ़ने की शंका है। कटिंग,शेविंग करवना भी जरूरी था,इसलिए ज्यादा पैसा देना पड़ा।
 
ऑफिस चालू होने के बाद जरूरी था कटिंग करवाना

पारस ने बताया कि लॉकडाउन के पहले फेस में तो ऑफिस बंद था। लेकिन इसके दूसरे फेस में ऑफिस चालू हो गया है। मेरे बाल बहुत बढ़ गए थे,ऐसे में ऑफिस कैसे जाऊं,यह बहुत बड़ी समस्या था। फिर एक सैलून वाले को फोन किया,पहले तो मना कर रहा था। लेकिन फिर बहुत रिक्वेस्ट करने के बाद वो आने को तैयार हुआ। और बोला कि चार्जेस डबल लगेंगे। फिर बाल कटवाकर मैने उससे हेयर हाई भी लगवा लिया। फिर सैलून वाले का नंबर कई दोस्तो को भी दिया।
 
हमारी रोजी भी चल रही है

नीलेश कारीगर ने बताया कि मेरी फुटपाथ पर छोटी सी दुकान है। जब से लॉकडाउन हुआ है,तब से दुकान बंद है। हम रोज कमाने खाने वाले लोग है। पहले तो लोगों को मना किया, लेकिन जब मकान का किराया, परिवार का खर्च भारी पड़ने लगा तो घर-घर जाकर काम शुरू कर दिया। अब तो पहले से अधिक कमाई हो रही है। घर के आसपास ही जाते है। अगर दूर जाना तो सुबह 9 बजे के पहले ही चले जाते है। अपने साथ सैनिटाइजर रखकर जाते है।
 
काम बढ़ गया है

मेरी फुटपाथ पर गुमटी है। पहले तो लोग ग्राहक मेरी दुकान की तरफ देखते भी नहीं थे। लेकिन जब से लॉकडाउन हुआ है,तो हर रोज कस्टमर के फोन आते है। इन दिनो बाजार और व्यवसायियों को परेशानी हो रही है। लेकिन हमारा काम बढ़ गया है। लॉकडाउन में पेट पालना भी मुश्किल हो रहा था। लेकिन जब से लोग हेयर कटिंग व सेविंग के लिए घर बुलाने लगे हैं तब से कमाई भी खूब हो रही है। इस समय काम ही काम है।
 
 

Created On :   29 April 2020 3:51 PM IST

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