माफियाओं की कुण्डली तैयार, हरी झण्डी मिलते ही ताबड़तोड़ एक्शन

Horoscope of mafia ready, quick action after getting green flag
माफियाओं की कुण्डली तैयार, हरी झण्डी मिलते ही ताबड़तोड़ एक्शन
माफियाओं की कुण्डली तैयार, हरी झण्डी मिलते ही ताबड़तोड़ एक्शन

सैकड़ों शिकायतें पहुँच रहीं, छँटनी के बाद तैयार हुई सूची सैकड़ों शिकायतें पहुँच रहीं, छँटनी के बाद तैयार हुई सूची

डिजिटल डेस्क जबलपुर । हजारों की तादाद में आईं शिकायतों की स्क्रूटनी के बाद चुनिंदा माफियाओं की कुण्डली तैयार कर ली गई है। मतलब साफ है कि वरिष्ठ अधिकारियों से  हरी झण्डी मिलते ही ऑपरेशन पार्ट-2 फिर से शुरू होगा।  पता चला है कि दूसरी सूची में बड़े बिल्डरों, होटल संचालकों तथा संगठित अपराध से जुड़े भू-माफियाओं को टारगेट किया गया है।  कुछ दिनों तक लगातार चली कार्रवाई के बाद अब दोबारा माफिया दमन अभियान शुरू होने जा रहा है। जानकारों का कहना है कि कई दिनों की मशक्कत के बाद संगठित अपराध से जुड़े कुछ ऐसे अपराधियों की लिस्ट तैयार की गई है जिनका रियल इस्टेट में खासा दखल है।  सरकारी जमीन कब्जाने वालों की अलग लिस्ट7 जबलपुर के दो दर्जन से ज्यादा बिल्डर्स, होटल संचालक तथा कुछ हाई प्रोफाइल लोगों को टारगेट में लिया गया। सूत्रों का कहना है कि सरकारी जमीन पर कब्जा कर मकान निर्माण कराने अथवा प्लॉटों की बिकवाली करने वालों की अलग सूची बनाई गई है। इनमें कई नामी लोग हैं।
अब इंदौर, भोपाल से बराबरी
पता चला है कि इंदौर, भोपाल और ग्वालियर में जो कार्रवाई की गई है उसके मुकाबले जबलपुर में माफिया दमन अभियान सीमित ही रहा है।  आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि अगले कुछ दिनों में ऐसी ताबड़तोड़ कार्रवाई की जानी है जिससे आँकड़ा इंदौर, भोपाल के समकक्ष तक पहुँच सकता है। 
तहसीलदार ले रहे जायजा
शिकायतों की वास्तविकता परखने के लिए तहसीलदारों को दोगुनी मशक्कत करनी पड़ रही है। पता चला है कि अधिकांश तहसीलदारों को अपने-अपने क्षेत्रों में बारीकी से छानबीन करने का जिम्मा सौंपा गया है। इसी आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जा रही है।  सूत्रों के अनुसार तहसीलदार अपने क्षेत्र में चल रहे िनर्माण कार्यों, जमीन कब्जा कर लोगों को डराने वाले और सीलिंग की जमीन पर प्लॉटिंग करने वाले आदि लोगों की िलस्ट तैयार कर रहे हैं। उनकी पूरी जानकारी भी जुटाई जा रही है, जिससे इनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके। कार्रवाई का मुख्य मकसद यह है कि संगठित रूप से जिन क्षेत्रों में माफिया काम कर रहे हैं उन पर लगाम कसी जा सके और आम लोगों को राहत मिले। पी-4
शिकायतों का अंबार, पर्सनल ज्यादा
कलेक्ट्रेट, एसपी कार्यालय, नगर निगम सहित अन्य िवभागीय कार्यालयों में रखे गए कम्पलेंट बॉक्सेस में शिकायतों का अंबार है। िवभागीय तौर पर ऐसी शिकायतों की स्क्रूटनी की जा रही है। हालाँकि इसमें से अधिकांश शिकायतें व्यक्तिगत हैं। ज्यादातर मामलों में प्लॉट एरिया दबाने, नाली निकालने, किसी का प्लॉट किसी और को बिक्री किए जाने की ढेरों शिकायतें हैं, जो न्यायालय स्तर की हैं। 
इनका कहना है
कार्रवाई करने से पहले माफियाओं की पूरी कुण्डली तैयार की जा रही है, जिससे कोई गलत कार्रवाई न हो। जहाँ भी कार्रवाई की जानी है, उनके विरुद्ध हर स्तर की दस्तावेजी तैयारी कर ली गई है। यह कार्रवाई संगठित माफियाओं के विरुद्ध है, जो आम लोगों को प्रताडि़त करते हैं।
रवीन्द्र कुमार मिश्रा संभागीय कमिश्नर
 

Created On :   30 Dec 2019 1:16 PM IST

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