रहवासी और संवेदनशील क्षेत्र में कैसे खुलीं 2 दर्जन दुकानें,निगम ने कराया सर्वे, निरस्त होंगे लाइसेंस

How 2 dozen shops opened in residential and sensitive areas, the corporation conducted survey
रहवासी और संवेदनशील क्षेत्र में कैसे खुलीं 2 दर्जन दुकानें,निगम ने कराया सर्वे, निरस्त होंगे लाइसेंस
मालिकों से तलब किए गए वैधानिक दस्तावेज रहवासी और संवेदनशील क्षेत्र में कैसे खुलीं 2 दर्जन दुकानें,निगम ने कराया सर्वे, निरस्त होंगे लाइसेंस

डिजिटल डेस्क जबलपुर । सैन्य क्षेत्र और सिविल लाइन जैसे पॉश एरिये में नियमों का उल्लंघन करते हुए लगातार मार्केट बढ़ रहा है। केवल दो सौ मीटर के दायरे में ही दो दर्जन से अधिक दुकानें खुल चुकी हैं जिससे पूरे क्षेत्र की शांति भंग हो गई है और सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। जहाँ हर कुछ दूरी पर सेना के जवान तैनात रहते हों और हर आने-जाने वाले पर नजर रखी जाती हो वहाँ सुबह से देर रात तक लोगों का जमावड़ा हैरान करने वाला है। हालांकि अब नगर निगम ने इस मामले में जाँच शुरू कर दी है। मंगलवार को पूरे मार्केट का सर्वे किया गया जिसमें यह जानकारी मिली की 11 भवन स्वामियों के नाम पर करीब 24 दुकानें हैं। अब इन सभी के दस्तावेज मँगाए जा रहे हैं, जबकि िनगम के ही बाजार विभाग ने इन दुकानों के लाइसेंस निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू की है। नगर निगम भवन शाखा के अधिकारियों ने मंगलवार को सेंट थॉमस स्कूल से लेकर रिज रोड गेट के सामने तक सड़क किनारे बने भवनों का सर्वे किया। सर्वे में यह बात सामने आई कि कुल 11 भवन स्वामियों ने यहाँ रहवासी भवनों का व्यावसायिक उपयोग किया है। चूँकि यह क्षेत्र पूरी तरह से रहवास के लिए है इसलिए यहाँ कमर्शियल उपयोग की अनुमति नहीं दी जा सकती है इसलिए अब इन सभी को नोटिस जारी किए जा रहे हैं। निगम के दल ने  सिविल लाइन थाने के बगल में भी निरीक्षण किया और यहाँ भी दुकानें संचालित होना पाया गया। 
गैराज में चल रही किराना दुकान
सिविल लाइन थाने के ठीक बगल में कौशल्या होम्स नामक अपार्टमेंट के भूतल में वाहन रखने गैरिज बनाए गए हैं, लेकिन उनमें से एक में किराने की दुकान खोल ली गई है, जबकि दो दुकानें बंद हैं। निगम ने यहाँ भी सर्वे किया और नोटिस की तैयारी की जा रही है। यही स्थिति कई अन्य स्थानों पर भी है। जिसकी जाँच की जा रही है।
एक ने कराया राजीनामा, कई तैयारी में
बताया जाता है कि डेनिंग रोड में एक दुकान ऐसी भी है जो है तो रहवासी में लेकिन उसका राजीनामा करवा लिया गया है, जबकि यह दुकान आर्मी इंटेलीजेंस ब्यूरो के कार्यालय के बिल्कुल सामने है। इसके लिए निगम अधिकारियों ने िनयमों और कानूनों की धज्जियाँ उड़ाई हैं। अब जबकि यहाँ की सभी फाइलें खुल रही हैं तो निगम के अधिकारियों को भी भय सता रहा है कि उनके किए गए पाप सबके सामने आ जाएँगे। 
दस्तावेजों की होगी जाँच
रहवासी क्षेत्र में व्यावसायिक उपयोग करने पर नगर निगम सभी दुकानों के लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई करेगा। इसके लिए नगर निगम के सम्पदा अधिकारी और राजस्व उपायुक्त पीएन सन्खेरे ने मंगलवार को बाजार अधिकारी दिनेश प्रताप सिंह को निर्देश दिए हैं कि सभी दुकानों के दस्तावेजों की जाँच की जाए और लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जाए। 
यातायात विभाग नहीं करता कार्रवाई
यातायात विभाग का यह दायित्व है कि वह सड़क को चलायमान रखे लेकिन सेंट थॉमस स्कूल के आगे बनी दुकानों पर पूरे समय सड़क पर ही वाहनों का जमावड़ा रहता है, पर यातायात विभाग ने कभी कार्रवाई नहीं की। होटल, रेस्टॉरेंट और जूस सेंटर के सामने अवकाश के दिनों में इतने वाहन खड़े हो जाते हैं कि एक तरफ की सड़क ही बंद हो जाती है। 
नगर निगम के सहयोग से हटाएँगे
 * शहर के अन्य क्षेत्रों की भांति सिविल लाइन इलाके के अवैध कब्जों एवं बेतरतीब दुकानों को भी हम नगर निगम के सहयोग से हटाएँगे। इसके लिए पत्राचार किया गया है और आगामी दिनों में इस दिशा में कार्रवाई जरूर की जाएगी। सड़कों पर मौजूद वाहनों को ही हम अकेले हटा सकते हैं लेकिन दुकानदारों पर कार्रवाई नगर निगम के साथ मिलकर ही की जाती है। इससे कार्रवाई ज्यादा प्रभावी रहेगी।
-पंकज परमार, डीएसपी, यातायात विभाग

Created On :   18 Aug 2021 2:47 PM IST

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